अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर स्थित गरमपानी क्षेत्र के आसपास महाविद्यालय खोले जाने की मांग एक बार फिर जोर पकड़ने लगी है।
पंचायत प्रतिनिधियों व व्यापारियों ने मामले को लेकर संघर्ष करने का ऐलान किया है। कहा है की मामले को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय को भी पत्राचार किया जाएगा।
हाईवे पर स्थित गरमपानी क्षेत्र के आसपास करीब दस से ज्यादा इंटर कॉलेज हैं। इंटर की परीक्षा पास करने के बाद क्षेत्र के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए अल्मोड़ा, नैनीताल, रानीखेत को रुख करना पड़ता है। जिसमें विद्यार्थियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। विद्यार्थी रोजाना आवाजाही करते हैं जिसमें काफी खर्च वहन करना पड़ता है। कुछ विद्यार्थी रानीखेत, अल्मोड़ा, हल्द्वानी, नैनीताल में ही कमरा लेकर रहते हैं जिससे अभिभावकों को अतिरिक्त खर्च झेलना पड़ता है। समुचित पैसा ना होने के चलते कई अभिभावक अपने बच्चों को उच्च शिक्षा ही नहीं दिला पाते।
कुछ समय पूर्व बेतालघाट महाविद्यालय की स्थापना की गई पर बेतालघाट भी गरमपानी क्षेत्र से तीस किलोमीटर की ही दूरी पर स्थित है। रानीखेत, अल्मोड़ा, नैनीताल स्थित महाविद्यालयों की दूरी भी तीस किमी ही है ऐसे में विद्यार्थियों को बेतालघाट महाविद्यालय का भी लाभ खास लाभ नहीं मिल पा रहा। पंचायत प्रतिनिधियों व व्यापारियों का कहना है कि यदि गरमपानी क्षेत्र के आसपास महाविद्यालय की स्थापना कर दी जाए तो आसपास के करीब सौ से ज्यादा गांवों के ग्रामीणों के नौनिहालों को इसका लाभ मिल सकेगा।
ग्राम प्रधान संगठन की ब्लॉक उपाध्यक्ष सविता बिष्ट, ग्राम प्रधान छडा़ खैरना प्रेम नाथ गोस्वामी, पूर्व ग्राम प्रधान पूरन लाल साह, क्षेत्र पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य ममता साह, प्रांतीय नगर उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष तिवारी, महिपाल सिंह बिष्ट, बिशन जंतवाल, संजय सिंह बिष्ट, एनके आर्या, कमल तिवारी, भास्कर त्रिपाठी, त्रिलोचन बुधलाकोटी, फिरोज अहमद आदि लोगों ने महाविद्यालय स्थापना की पुरजोर मांग उठाई है। पंचायत प्रतिनिधियों व व्यापारियों ने मामले को लेकर संघर्ष का ऐलान भी किया है साथ ही कहा है कि मामले को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय को भी पत्राचार किया जाएगा।