महाकुंभ के बहाने हरिद्वार को बरसों पुरानी जाम की समस्या से निजात मिलने जा रही है।
31 दिसंबर तक शंकराचार्य चौक से लेकर और आरटीओ चौक तक हरिद्वार-देहरादून हाईवे को खोल दिया जाएगा। वहीं शहर के अंदर बन रहे सात पुल भी दिसंबर के अंत तक बनकर तैयार हो जाएंगे।
आखिरकार एक दशक बाद देहरादून-हरिद्वार हाईवे पर वाहन फर्राटा भर सकेंगे। हाईवे के फोरलेन चौड़ीकरण, फ्लाईओवर और पुलों का निर्माण कार्य पूरा होने जा रहा है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के परियोजना निदेशक प्रदीप गुसांई ने बताया कि महाकुंभ के मद्देनजर हाईवे निर्माण कार्य बेहद तेजी के साथ चल रहा है।
परियोजना के सबसे बड़े 125 मीटर डैम स्कैप पुल का काम पूरा होने के बाद यातायात के लिए खोल दिया गया है। बताया कि भीमगोड़ा पुल का निर्माण भी गंगा क्लोजर के दौरान पूरा हो गया था। हालांकि भीमगोड़ा पुल और न्यू सप्लाई पुल, शंकराचार्य पुल से 20 दिसंबर से वाहन आवागमन कर पाएंगे।
वहीं, चंडी चौक पर निर्माणधीन पुल और फ्लाईओवर को दिसंबर के अंत तक काम पूरा कर खोला जाएगा। उन्होंने बताया कि सभी निर्माण कार्य 31 दिंसबर तक पूरे कर लिए जाएंगे। ऐसे में हरिद्वार और खासकर हरकी पैड़ी क्षेत्र को जाम से निजात मिल जाएगी। उधर, लोक निर्माण विभाग की ओर से बनाए जा रहे छह पुलों का काम भी लगभग समाप्ति की ओर है।
पांचों पुलों का काम एक साल में पूरा कर लिया गया:
लोनिवि प्रांतीय खंड हरिद्वार के अधिशासी अभियंता दीपक कुमार ने बताया कि कनखल में विश्व कल्याण आश्रम, दक्षद्वीप से बैरागी, मातृसदन, बस्तीराम पाठशाला-बैरागी कैंप और धनौरी पुल का काम अंतिम चरण है। बताया कि लॉकडाउन के दौरान काम बंद होने बावजूद पांचों पुलों का काम एक साल में पूरा कर लिया गया है। भेल मध्य मार्ग पुल और सूखी नदी पुल भी दिसंबर तक तैयार हो जाएगा। भेल मध्य मार्ग पुल केवल छह माह में तैयार होने जा रहा है।
फ्लाईओवर और पुलों पर भी दिखेगा महाकुंभ का रंग:
हाईवे पर फ्लाईओवर और पुलों पर वॉल पेटिंग की जा रही है। पेंटिंग में पौराणिक काल की घटनाएं, महाकुंभ के स्वागत और जागरूकता संदेश शामिल हैं। पेंटिंग का काम शुरू होने से पुल और फ्लाईओवर हाईवे से गुजरने वाले लोगों के आकर्षण के केंद्र बने हुए हैं।
सफेद रोशनी से जगमगा रहे फ्लाईओवर और पुल:
मुख्य मार्ग पर पथ प्रकाश की बेहतर व्यवस्था न होने से कई स्थानों पर अंधेरा रहता है। ऐसे में दुर्घटना और आपराधिक घटनाओें की संभावना बनी रहती है, लेकिन हाईवे में फ्लाईओवर और पुलों पर सुरक्षा के मद्देनजर पथ प्रकाश की समुचित व्यवस्था की गई है। जहां रात को शहर में अंधेरा पसरा रहता है। वहीं हाईवे पर सफेद रोशनी से जगमगा रहे हैं।