27 फरवरी से शुरू होने जा रहे महाकुंभ की एसओपी प्रदेश में आपदा प्रबंधन विभाग जारी करेगा।
शासन ने इसके लिए निर्देश जारी कर दिए हैं। केंद्र सरकार की ओर से जारी हुई एसओपी के आधार पर यह गाइडलाइंस तैयार की जा रही हैं।
हाईकोर्ट के कुंभ जैसे आयोजन में कोविड के मद्देनजर केंद्र से दिशा निर्देश का आदेश जारी होने के बाद राज्य सरकार ने केंद्र से वार्ता की थी। वार्ता के बाद पिछले सप्ताह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कुंभ की एसओपी जारी कर दी थी। इसमें कोविड के मद्देनजर तमाम व्यवस्थाएं बताई गई थी।
कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के पंजीकरण से लेकर उनकी रैंडम आरटीपीसीआर जांच को लेकर भी निर्देश जारी किए गए थे। इस एसओपी के बाद शासन स्तर पर लगातार कसरत की जा रही है।
अब शासन ने आपदा प्रबंधन विभाग को केंद्र की एसओपी भेजते हुए राज्य के स्तर पर इसकी एसओपी जारी करने के निर्देश दिए गए हैं। आपदा प्रबंधन विभाग कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के पंजीकरण की वेबसाइट से लेकर उनकी रिपोर्ट की जांच, मेले के दौरान रैंडप सैंपलिंग आदि तमाम व्यवस्थाओं को बनाने के लिए दिशा-निर्देश जारी करेगा।
शासन ने जारी किया पूरा बजट, कामों में आई तेजी:
उधर, महाकुंभ का समय नजदीक आने के साथ ही निर्माण कार्यों में भी तेजी आ गई है। शासन स्तर से कुंभ के सभी कार्यों के लिए बजट जारी कर दिए गए हैं। मेला अधिकारी को भी निर्धारित अवधि में सभी काम पूरे करने के निर्देश जारी किए गए हैं। माना जा रहा है कि 15 फरवरी तक सभी काम जमीनी स्तर पर पूरे हो जाएंगे।
डीआरडीओ के वैज्ञानिकों से हो रही वार्ता:
कुंभ में दो हजार बेड के अस्थायी अस्पताल के निर्माण के लिए डीआरडीओ के वैज्ञानिकों से वार्ता शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि वार्ता में सभी बातें तय होने के बाद दस से 15 दिन के भीतर यह अस्थायी अस्पताल तैयार हो जाएगा। यह अस्पताल केंद्र सरकार के निर्देशों पर तैयार किया जा रहा है।
कुंभ के लिए शासन स्तर से सभी काम निपटा दिए गए हैं। बजट जारी हो चुका है। योजनाएं भी अप्रूव हो चुकी हैं। इन पर अमल करने के लिए मेला अधिकारी को निर्देशित किया जा चुका है। तय समय में सभी तैयारियां पूरी हो जाएंगी।
-शैलेश बगोली, सचिव, शहरी विकास