हरिद्वार महाकुंभ में कोरोना से बचाव को लेकर केंद्र सरकार का खास फोकस है।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली की विशेषज्ञ टीम को यहां की चिकित्सकीय सुविधाओं पर निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी जानकारी राज्य सरकार को भी दे दी है।
27 फरवरी से प्रस्तावित महाकुंभ को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। हाल ही में केंद्र सरकार ने कुंभ में कोरोना से बचाव को लेकर एसओपी भी जारी की है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का तर्क है कि कोरोना का असर अभी देशभर में चल रहा है। लिहाजा, भीड़भाड़ वाले आयोजन में कोरोना से बचाव के पुख्ता इंतजाम किए जाने चाहिएं।
राज्य सरकार की ओर से कुंभ में चिकित्सकों के अलावा विशेषज्ञ चिकित्सकों की एक टीम भी तैनात की जा रही है। इस टीम को सीधे एम्स दिल्ली से जोड़ा जा रहा है। यानी दिनभर में क्या आयोजन हुए, कितनी भीड़ आई, चिकित्सकीय इंतजाम क्या हैं, कोविड का मरीज आने पर क्या कदम उठाए गए, इन सभी बातों की रिपोर्ट सीधे केंद्र को जाएगी।
केंद्र सरकार का मकसद है कि कुंभ के दौरान कहीं भी कोविड महामारी फैलने की आशंकाएं खत्म हो जाएं। कुंभ की विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम रोजाना दिन में एक बार वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से एम्स दिल्ली की टीम को सभी अपडेट उपलब्ध कराएगी।
इस दौरान अगर एम्स की टीम चाहेगी तो कोविड से बचाव के इंतजामों को लेकर और व्यवस्थाएं करवा सकती है। सचिव शहरी विकास शैलेश बगोली के मुताबिक, स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी जो भी जरूरतें हैं, उन पर बैठक करने के बाद समयसीमा और प्रक्रिया तय कर ली गई है।
बैरागी क्षेत्र में जल्द पूरा कराएं कुंभ कार्य :
मेलाधिकारी दीपक रावत की अध्यक्षता में बुधवार को कुंभ मेला के अंतर्गत कराए जा रहे कार्यों और व्यवस्थाओं की समीक्षा बैठक की गई। मेलाधिकारी ने कार्यों को तत्काल पूरा करने, अतिक्रमण, सड़कों व पुलों के किनारे पड़ा मलबा हटाने के निर्देश दिए।
मेलाधिकारी ने बैरागी एवं चंडी टापू आदि में रोड की स्थिति, बिजली, पानी, चिकित्सीय सुविधाओं की विस्तृत जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि बैरागी और चंडी टापू में मुख्य रोड व अंदरूनी रोड की मार्किंग कर दी गई है। जहां-जहां बिजली के पोल लगने हैं, लगा दिए हैं। पावनधाम आश्रम के निकट बन रहे हॉस्पिटल में पानी की आपूर्ति शुरू कर दी है। बिजली का संयोजन जल्द ही कराया जाएगा।
जगजीतपुर में बनने वाले 2000 बेड के हॉस्पिटल को बिजली, पानी उपलब्ध कराने पर भी चर्चा हुई। मेलाधिकारी ने विभिन्न क्षेत्रों में बनने वाले बस अड्डों की जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि कार्य प्रगति पर है। अधिकारियों ने कहा कि मीडिया सेंटर भी जल्द तैयार हो जाएगा।
मेला अधिकारी ने जगह-जगह पानी की लीकेज बंद करवाने के लिए अलग से एक अधिकारी नामित करने और गौरीशंकर दीप के किनारे अतिक्रमण कर बनाई कुटिया को हटाने के निर्देश दिए। छावनियों में सुविधाएं उपलब्ध कराने, सिंचाई विभाग और लोनिवि के पुलों व सड़कों के आसपास पड़ा मलबा हटाने के निर्देश भी दिए।