मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने आज कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए समीक्षा बैठक की।
उत्तराखंड में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अधिकारियों के साथ कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव कार्यों व वैक्सीनेशन के संबंध में वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से समीक्षा बैठक की।
इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए। बैठक में परीक्षाओं को स्थगित करने, कॉलेजों में केवल ऑनलाइन क्लास की अनुमति देने, टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने, वैक्सीनेशन अभियान में तेजी लाने, होम आइसोलेशन की प्रभावी रणनीति बनाने, कंट्रोल रूम में प्रशिक्षित अधिकारी और कार्मिक तैनात करने और मृत्यु दर को कम करने के लिए संक्रमित व्यक्ति को समय पर उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
सचिवालय में बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश वर्जित:
शासन ने सांसदों, कैबिनेट मंत्रियों, विधायकों और सचिवालय परिसर में सचिवालय के अधिकारी और कर्मचारियों के अतिरिक्त किसी भी बाहरी व्यक्ति का अग्रिम आदेश तक सचिवालय में प्रवेश वर्जित कर दिया है। अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं।
सामाजिक दूरी के नियम का पालन सख्ती से करने का इरादा जताया:
गुरुवार रात जारी मानक प्रचालन प्रक्रिया (एसओपी) में राज्य सरकार ने सार्वजनकि स्थलों पर सामाजिक दूरी के नियम का पालन सख्ती से करने का इरादा जताया है। सार्वजनिक वाहनों में यात्रियों की संख्या 50 प्रतिशत कर दी गई है। भीड़ वाले स्थानों के लिए भी 50 प्रतिशत का नियम लागू किया गया है।
वहीं, अब तक सिर्फ देहरादून के कुछ हिस्सों में रात्रि कर्फ्यू था, लेकिन अब पूरे प्रदेश में रात्रि कर्फ्यू लगा दिया गया है। यह रात 10.30 से सुबह पांच बजे तक यह लागू रहेगा।
औद्योगिक शिफ्ट वाले कर्मचारियों, इमरजेंसी वाहन, मालवाहकों से संबंधित व्यक्तियों, बसों, ट्रेनों, हवाईजहाज आदि से उतरने वाले, शादी और संबंधित समारोह आदि से संबंधित व्यक्तियों को रात्रि कर्फ्यू के दौरान आवाजाही की छूट रहेगी।
कुंभ के समय में कोई कटौती नहीं:
मुख्य सचिव ओमप्रकाश की ओर से जारी एसओपी में कुंभ की अवधि को सीमित किए जाने के कयासों पर भी पूरी तरह से विराम लगा दिया गया है। एसओपी में साफ कहा गया है कि मेला अवधि पूर्व की भांती रहेगी।
बताया गया कि हरिद्वार मेला क्षेत्र को लेकर भारत सरकार के गृह मंत्रालय की ओर से 22 जनवरी को जारी मानक प्रचालन प्रक्रिया (एसओपी) और राज्य सरकार की ओर से बीती 26 फरवरी को जारी आदेश लागू रहेगा।
राज्य ने हरिद्वार मेला कुंभ क्षेत्र की अवधि एक अप्रैल से लेकर 30 अप्रैल तक के लिए जारी की थी। इसका मतलब यह हुआ कि हरिद्वार में महाकुंभ यथावत रहेगा। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने भी इसकी पुष्टि की।