जरूर पढिये: कैसे त्रिवेन्द्र सरकार और देहरादून पुलिस कोरोना महामारी में मिलकर लूट रहें है जनता को.
त्रिवेन्द्र सरकार अपने फैसलों को लेकर पहले ही काफी चर्चा में रहती है , फिर से शुक्रवार को त्रिवेन्द्र सरकार ने दुबारा से शनिवार और रविवार को देखा देखी में लॉकडाउन कर तो दिया पर किया खुद की और पुलिस वालों के जेब भरने के लिए, कुछ इस तरह हैं लॉकडाउन के नियम:
शराब की दूकान खुलेंगी
मीट की दुकाने खुलेंगी
सब्जी ठेली और मंडी दोनों खुलेंगी
दवाई शॉप हॉस्पिटल खुलेंगे
होटल खुलेंगे
लगभग सब कुछ खुलेगा पर किसके लिए, क्यूंकि जब कोई व्यक्ति बाहर जाता है तब देहरादून पुलिस उसका चालान काट देती है वो भी क्यूँ, क्यूंकि तुम बहार निकल गए, अब इनसे कोन सवाल करे की जब तुमने दुकाने खोल रखी है तो किसके लिए लोग तो बहार निकलेंगे ही,
फिर पुलिस अपनी और सरकार की जेब भरने के लिए मासूम जनता का 100 रुपये का चालान काट दे रही है. अगर सरकार को लोगों को घर पर ही रखना था तो कम्पलीट लॉक डाउन क्यूँ नहीं किया, क्यूँ ये सब दुकाने खोल रखी हैं इसका मतलब यही हुआ की सरकार और पुलिस जनता को लूटने पर उतारू हो रखे है.
पुलिस वालों को अगर पूछा जाय तो उनके पास इस बात का कोई जबाब नहीं, कभी कहतें हैं सरकार कर रही है हम क्या करें, कभी कह रहें है थाने से परमिशन लेनी होगी, और जब कोई आदमी थाने से परमिशन लेने जायेगा उस से पहले ही ये लोग उसका चालान काट चुके होंगे.
जब हमने मथुरावाला चोक पर तेनात नेहरु कॉलोनी थाने के १ पुलिस वाले (जगबीर सिंह) जी , जो की वहां पर चालान काट रहे थे, से ये सवाल किया तो उनके पास भी इस बात का कोई जवाब नहीं, वो बस 100 रूपये मांगने में व्यस्त दिखाई दिए.
जब हमने उनकी चालान स्लिप देखी तो उसमें इस तरह के किसी भी चालान का जिक्र नहीं था, उस चालान पर सार्वजानिक स्थान पर मास्क न पहनने, सार्वजानिक स्थान पर थूकने, या मुहं को न ढकने का विवरण था.
इसका मतलब जो चालान काटा जा रहा है उसका कोई विवरण ही नहीं, इस तरह के लोग उत्तराखंड सरकार को चला रहें है वो इसलिए क्यूंकि यहाँ की जनता भोली है, चलो सरकार तो हमेशा से ही अनपढ़ लोगों की रही है पर जिलाधिकारी, पुलिस महानिदेशक ये लोग तो पढ़े लिखे होंगे ही फिर किस तरह से ये गलत चालान बनाकर लोगों को लूट सकतें हैं.
सरकार १ तरफ दुकाने खोलकर अपनी कमाई करने में लगी हुई वहीँ इन दुकानों के नाम पर लोगों को बहार निकलने पर चालान काट रही है जो की प्रदेश की जनता के साथ बहुत बड़ा खिलवाड़ है.
देहरादून पुलिस की चालान स्लिप :