उत्तराखंड में बीते कुछ दिनों में संक्रमित मामलों की रफ्तार कम हुई है।
उत्तराखंड में बीते कुछ दिनों में संक्रमित मामलों की रफ्तार कम हुई है। सोमवार को प्रदेश में 336 नए संक्रमित मरीज मिले हैं। इसकी तुलना में ठीक होने वालों की संख्या बढ़ी है। पहली बार प्रदेश की रिकवरी दर 88 प्रतिशत से अधिक पहुंची है। कुल संक्रमितों की संख्या 58360 हो गई है, जिसमें से 51486 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, सोमवार को 11632 सैंपल की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। 12 प्रतिशत सक्रिय मरीज ही अस्पतालों में भर्ती और होम आइसोलेशन में हैं।
आज देहरादून जिले में सबसे ज्यादा 84 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। पौड़ी में 82, चमोली में 62, नैनीताल में 25, ऊधमसिंह नगर में 19, उत्तरकाशी में 18, हरिद्वार में 16, पिथौरागढ़ में 10, रुद्र्रप्रयाग में आठ, बागेश्वर व चंपावत में चार-चार, टिहरी में तीन, अल्मोड़ा जिले में एक कोरोना संक्रमित मामला मिला है।
प्रदेश में आज छह कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई है। इसमें एम्स ऋषिकेश में एक, कैलाश हॉस्पिटल में दो, महंत इंदिरेश हॉस्पिटल में एक और सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज में दो मरीजों ने दमतोड़ा है। कोरोना संक्रमितों की मौत का आंकड़ा 933 हो गया है।
देहरादून में दो इलाके कंटेनमेंट जोन बने:
देहरादून जिले में कोरोना संक्रमितों के मिलने पर सोमवार को दो इलाकों को कंटेनमेंट जोन बना दिया गया है। जिलाधिकारी डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने इसके आदेश जारी किए। उन्होंने बताया कि नगर निगम देहरादून के 215 रक्षा विहार फेज-2 दून वल्र्ड के पीछे रायपुर रोड एवं सिटी बोर्ड स्कूल वाली गली 23 धर्मपुर में कोरोना संक्रमित लोग मिले। जिसके बाद इन दोनों इलाकों को पाबंद कर दिया गया है।
वहीं, जांच के लिए 1879 भेजे गए। डीएम ने बताया कि अस्पतालों में कोविड-19 मरीजों के लिए 192 आईसीयू बेड खाली हैं। सार्वजनिक स्थानों पर मास्क न लगाने पर 299 लोगों के चालान किए गए। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने 22,027 व्यक्तियों का सर्विलांस किया।
वहीं, डीएम ने मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की। साथ ही अगर कोविड-19 का लक्षण दिखाई देता है तो जांच कराने की भी बात कही। उन्होंने कोविड-19 संक्रमण संबंधी जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर 112, 104, 1077 के साथ ही आपदा परिचालन केंद्र के फोन नबंर 0135-2726066 एवं 2724506 पर संपर्क करने की बात कही। साथ ही स्थानीय निकायों के अधिकारियों को कूड़ा उठान वाले वाहनों के जरिये लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिए।