तीर्थयात्री पहुंचे चारों धाम की भीड़ को देखते हुए पुलिस ने कमर कसी।
कोरोना काल में चारधामों में पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या पचास हजार के करीब पहुंच गई है। अभी तक 48829 तीर्थयात्री चारों धामों के दर्शन कर चुके हैं। सबसे अधिक तीर्थयात्री 21180 बदरीनाथ धाम के दर्शनों को पहुंचे हैं।
कोरोना संक्रमण के बाद भी पूरी एहतियात बरतते हुए तीर्थयात्री चारधामों के दर्शनों को पहुंच रहे हैं। दिल्ली से पहुंचे 20 तीर्थयात्रियों के दल में शामिल सुरेशानंद और मयंक का कहना है कि वे चारों धामों की तीर्थयात्रा करने पहुंचे थे। बदरीनाथ धाम की तीर्थयात्रा कर अब घरों को लौटेंगे। चारों धामों के दर्शन कर मन को सुकून मिल रहा है।
बदरीनाथ पुलिस रिकार्ड के अनुसार, अभी तक गंगोत्री में 5765, यमुनोत्री में 1238, केदारनाथ में 20646 और बदरीनाथ धाम में 21180 तीर्थयात्री दर्शन को पहुंचे हैं। जबकि हेमकुंड साहिब में 2888 यात्री पहुंचे हैं। देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि चारों धामों में मौसम सामान्य बना हुआ है।
चारधाम यात्रा को लेकर पुलिस ने कसी कमर
अनलॉक-5 के दौरान चारधाम यात्रा के दौरान कोई समस्या न हो इसके लिए पुलिस ने तैयारियां तेज कर दी हैं। इस संबंध में आईजी गढ़वाल अभिनव कुमार ने संबंधित जनपदों की पुलिस से मुस्तैद रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने पुलिस के माध्यम से सभी होटलों और धर्मशाला संचालकों को थर्मल स्कैनिंग करने को कहा है।
आईजी अभिनव कुमार ने बताया कि अभी तक चारधाम के लिए सीमित संख्या में श्रद्धालु आ रहे थे। अब यह संख्या बढ़ने की संभावना है। लिहाजा, सभी जनपदों को उनके यहां सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं।
इसके साथ ही निश्चित ड्यूटी प्वांइट पर अधिकारियों और कर्मचारियों को जो दायित्व सौंपे गए हैं उनमें किसी भी प्रकार से कोताही नहीं बरती जाएगी। यात्रा के दौरान होटल और धर्मशालाओं में हरिद्वार से लेकर पहाड़ी जनपदों तक में भीड़ रहती हैं।
यहां पर भी सतर्कता बरतने की जरूरत है। ऐसे में सभी को निर्देशित किया गया है कि वह अपने यहां पर हर प्रकार की सुविधा रखें। हर जगह थर्मल स्कैनिंग सुनिश्चित की जाए। यदि किसी को इमरजेंसी की आवश्यकता है तो इसके लिए पुलिस और प्रशासन आपसी सामंजस्य स्थापित कर यह व्यवस्था भी दुरुस्त कर ले।