उत्तराखंड में 400 करोड़ से बागवानी क्षेत्र में अवस्थापना विकास किया जाएगा।
सरकार की ओर से भेजे गए एकीकृत बागवानी विकास योजना को इसी वित्तीय वर्ष में मंजूरी मिलने की संभावना है। योजना के लिए जापान इंटरनेशन कॉपरेशन एजेंसी (जाइका) से वित्तीय सहायता दी जाएगी।
किसानों की आय दोगुनी करने के लिए सरकार का बागवानी क्षेत्र में अवस्थापना विकास को मजबूत करने पर फोकस है। सरकार की ओर से 400 करोड़ लागत की एकीकृत बागवानी विकास योजना का प्रस्ताव केंद्र को भेजा गया है। केंद्र की ओर से इस पर सैद्धांतिक सहमति मिल चुकी है। योजना को अंतिम मंजूरी मार्च तक मिलने की संभावना है।
सरकार का मानना है कि इस योजना से प्रदेश में बागवानी क्षेत्र में उत्पाद के हिसाब से सेंटर आफ एक्सीलेंस, कोल्ड स्टोर समेत अन्य सुविधाओं को बढ़ावा दिया जाएगा। उत्तरकाशी, नैनीताल, पिथौरागढ़ व टिहरी जिले में सेँटर आफ एक्सीलेंसी बनाए जाएंगे। इन सेंटरों पर बागवानों को सभी तरह की सुविधाएं दी जाएगी।
बागवानी क्षेत्र में अवस्थापना विकास के लिए प्रदेश में जल्द ही एक बड़ी महत्वाकांक्षी योजना शुरू की जाएगी। जाइका से 400 करोड़ की एकीकृत बागवानी विकास परियोजना मंजूरी के लिए अंतिम दौर में है। मार्च तक प्रदेश को योजना की मंजूरी मिल जाएगी। इससे प्रदेश में बागवानी क्षेत्र में अवस्थापना विकास के कार्य किए जाएंगे।
-सुबोध उनियाल, कृषि एवं उद्यान मंत्री
प्रदेश के 65 ब्लाकों में कोल्ड चेन बनाने की योजना:
उत्पाद को खेत से बाजार तक पहुंचाने में किसानों को होने वाले नुकसान को कम करने के लिए सरकार की ब्लाक स्तर पर कोल्ड चेन स्थापित करने की योजना है। प्रदेश के 65 ब्लाकों में कोल्ड चेन विकसित किए जाएंगे। इससे किसानों को उत्पाद सुरक्षित रखने की सुविधा मिलेगी। वहीं, आफ सीजन में उत्पादों को मार्केटिंग करने से किसानों को ज्यादा दाम मिलेंगे।