कोरोना अनलॉक शुरू होने के बाद प्रशासन पहली बार कोचिंग संस्थान खोलने की तैयारी कर रहा है।
देहरादून जिला प्रशासन ने राजधानी के कोचिंग संस्थान नवंबर के पहले सप्ताह में खोलने के संकेत दिए हैं।
सूत्रों के मुताबिक, स्कूलों के लिए जारी एसओपी ही कोचिंग संस्थानों पर लागू होगी। इसके तहत सख्त नियम हैं। जिन्हें कोचिंग के प्रवेश द्वार, नोटिस बोर्ड में भी चस्पा किया जाएगा। कोविड-19 को देखते हुए सुरक्षा निर्देशों का पालन हरहाल में करना होगा।
कोचिंग संस्थानों में सभी स्थानों, फर्नीचर, उपकरणों, स्टेशनरी, पानी की टंकियों, शौचालय आदि की अच्छी तरह सफाई अनिवार्य होगी। अधिकारियों के मुताबिक कोचिंग संस्थानों में भी सीटिंग प्लान में स्टूडेंट्स के बीच कम से कम छह फीट की दूरी रखी जाएगी। स्टूडेंट्स के बैठने के स्थान को आइडेंटिफाई किया जाएगा।
इन बातों का भी रखना होगा ध्यान:
– ऑनलाइन/डिस्टेंस लर्निंग को प्राथमिकता और बढ़ावा दिया जाएगा।
– अगर स्टूडेंट्स ऑनलाइन क्लास अटेंड करना चाहते हैं तो उन्हें इजाजत दी जाए।
– स्टूडेंट्स केवल पैरेंट्स की लिखित अनुमति के बाद ही कोचिंग आ सकेंगे। उन पर किसी तरह का दबाव नहीं डाला जाएगा।
– स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए शिक्षा विभाग की एसओपी का पालन करना होगा।
कोचिंग संस्थानों को खोलने को लेकर तैयारी चल रही है। स्कूलों के लिए जारी गाइडलाइन कोचिंग संस्थानों पर भी लागू होगी। कोचिंग जाने के लिए पैरेंट्स की परमिशन अनिवार्य होगी। कोविड-19 को लेकर जारी गाइडलाइन का सख्ती से पालन करना होगा। ऐसा न करने वाले कोचिंग संस्थानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
-डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव, जिलाधिकारी