जिले में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने और जिलासू, लंगासू को पर्यटन हब के रूप में विकसित करने के लिए प्रशासन ने मास्टर प्लान तैयार किया है।
उत्तराखंड के चमोली जिले में कर्णप्रयाग के समीप अलकनंदा के किनारे स्थित लंगासू और जिलासू क्षेत्र पर्यटन हब के रूप में विकसित होगा। इसके तहत जिलासू में अलकनंदा नदी पर एलिवेटेड ग्लास प्लेटफार्म स्थापित किया जाएगा, साथ ही रीवर बीच भी बनाया जाएगा। जिले में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने और जिलासू, लंगासू को पर्यटन हब के रूप में विकसित करने के लिए प्रशासन ने मास्टर प्लान तैयार किया है।
बदरीनाथ हाईवे पर स्थित जिलासू में रीवर व्यू पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यहां दूर तक फैली पहाड़ियां और बहती अलकनंदा का लुत्फ उठाने के लिए पर्यटक यहां जरूर रुकते हैं। इसलिए प्रशासन मास्टर प्लान के तहत इस क्षेत्र को और भी विकसित करने की योजना तैयार कर रही है।
जिला पर्यटन विकास अधिकारी विजेंद्र पांडे ने बताया कि जिलासू में अलकनंदा नदी पर करीब आठ मीटर लंबा और तीन मीटर चौड़ा एलिवेटेड ग्लास प्लेटफार्म स्थापित किया जाएगा। नदी पर एक छोर से दूसरे छोर तक पुल जैसा बनेगा जिसका आधार लोहे का होगा जबकि प्लेटफार्म कांच जैसा होगा।
रीवर बीच भी विकसित किया जाएगा:
इस कांच के प्लेटफार्म पर खड़े होकर लोग जिलासू में प्राकृतिक नजारों का आनंद ले सकेंगे। साथ ही यहां रीवर बीच भी विकसित किया जाएगा। इसके साथ ही यहां पर्यटकों को रात्रि विश्राम की सुविधा भी मिलेगी। इसके लिए होम स्टे की सुविधा दी जाएगी। साथ ही लंगासू में आयुर्वेद का पंचकर्म सेंटर स्थापित किया जा रहा है। इसका कार्य शुरू कर दिया गया है, जल्द ही यह प्लेटफार्म बनकर तैयार हो जाएगा।
बदरीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब के साथ कुछ ही चुनिंदा धार्मिक व पर्यटन स्थलों पर हर वर्ष लाखों तीर्थयात्री व पर्यटक पहुंचते हैं। उन्हें नए स्थलों से रूबरू कराने के उद्देश्य से जिलासू और लंगासू क्षेत्र को विकसित करने की योजना बनाई है। इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है।
– स्वाति एस भदौरिया, डीएम, चमोली।