दिल्ली से दून की तरफ अत्यधिक आवाजाही होने के चलते कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा भी बढ़ गया है।
दिल्ली से दून की तरफ अत्यधिक आवाजाही होने के चलते कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा भी बढ़ गया है। जबसे इस रूट के आशारोड़ी चेकपोस्ट में रैंडम एंटीजन जांच शुरू की गई है, तब से रोजाना कोरोना संक्रमण के मामले पकड़ में आ रहे हैं। पिछले तीन दिन में 13 ऐसे व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं, जो दिल्ली या उसके आसपास के इलाकों से दून या मसूरी आ रहे थे। अच्छी बात यह रही है कि सभी लोगों को लौटा दिया गया।
आशारोड़ी चेकपोस्ट पर सैंपलिंग कर रहे चिकित्सक डॉ. महेंद्र सिंह रावत के मुताबिक, रविवार को 131 व्यक्तियों के सैंपल लिए गए थे। इनमें से पांच व्यक्ति पॉजिटिव आए हैं। पॉजिटिव आए व्यक्तियों में ग्रेटर नोएडा के एक परिवार के तीन सदस्य भी शामिल थे, जो दून में किसी कार्यक्रम में शरीक होने आ रहे थे। वहीं, दो व्यक्ति दिल्ली के जनकपुरी के थे और मसूरी घूमने जा रहे थे।
उधर, उपजिलाधिकारी सदर गोपाल राम बिनवाल ने बताया कि रविवार को आइएसबीटी पर कोरोना वायरस की जांच नहीं की गई। यहां की टीम को कुल्हाल चेकपोस्ट पर भेजा गया। कुल्हाल में भी 131 व्यक्तियों के सैंपल लिए गए, जिनमें से एक व्यक्ति पॉजिटिव पाया गया। इसके अलावा शास्त्रीनगर जन कल्याण समिति के आग्रह पर अरिहंत हॉस्पिटल में कोरोना संक्रमण जांच का शिविर लगाया गया था। यहां 13 व्यक्तियों के सैंपल लिए गए और उन सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। उपजिलाधिकारी सदर गोपाल राम बिनवाल के मुताबिक, अब रेलवे स्टेशन पर भी यात्रियों के रैंडम सैंपल लिए जाएंगे।