आज तड़के बदरीनाथ, हेमकुंड, मुनस्यारी और धारचूला समेत राज्य की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी होने की सूचना है।
वहीं चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी में बादल छाए हुए हैं। यहां मौसम में आए इस बदलाव से मैदानी इलाकों में भी ठंड का प्रकोप बढ़ गया है।
केदारनाथ में बादलों बीच की हल्की धूप का आना और जाना लगा है। वहीं राजधानी देहरादून में बादल छाए हुए हैं और शहर में भी कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। अल्मोड़ा, नैनीताल, भवाली और बागेश्वर में भी बादल छाए हुए हैं।
कर्णप्रयाग, गौचर, आदिबदरी, गैरसैंण, नारायणबगड़, थराली, देवाल, लंगासू सहित ग्रामीण क्षेत्रों में आसमान में बादल छाए हैं। बेनीताल, नंदासैंण, चौंरासैंण आदि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ठंड बढ़ी है।
आज छाये रहेंगे बादल:
राजधानी दून समेत आसपास के कई इलाकों में सोमवार को हल्के बादल छाये रह सकते हैं। प्रदेश के कई पहाड़ी इलाकों में बर्फ गिरने और बारिश का भी अनुमान है।
मौसम केंद्र के अनुसार उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ के 2500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फ गिर सकती है। राजधानी दून और टिहरी के कुछ इलाकों में भी बर्फबारी की संभावना है। वहीं, निचले इलाकों में बारिश होने के आसार हैं। शेष स्थानों पर मौसम सामान्य रहने की संभावना है।
सुबह और शाम को बढ़ी ठिठुरन:
हरिद्वार में तापमान गिरने से ठंडी हवाएं चलने के साथ ठिठुरन होने लगी है। बदलते मौसम में स्वास्थ्य के प्रति अधिक ध्यान रखने की जरूरत है। खासकर, बुजुर्गों और बच्चों को ठंड बीमार कर सकती है।
रविवार को सुबह काफी ठिठुरन रही। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक अब लगातार अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी।
जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. संदीप टंडन के मुताबिक बदलते मौसम में लापरवाही बीमार कर सकती है। दिन में धूप खिलने से लोग सुबह-शाम की ठंड से बचाव करने में लापरवाही कर रहे हैं।
बाइक चलाते वक्त जैकेट और हेलमेट पहनें। बुजुर्गों और बच्चों को सुबह धूप निकलने पर ही घर से बाहर निकलने दें। शाम को सूरज ढलने के बाद बाहर जाने से रोकें। उनका कहना है कि इस सीजन में विंटर डायरिया के मामले बढ़ जाते हैं। इसलिए छोटे बच्चों के प्रति अधिक ध्यान देने की जरूरत है।