उत्तरप्रदेश सिंचाई विभाग ने दीपावली (14 नवम्बर) की रात बारह बजे भीमगोड़ा बैराज से गंगनहर में पानी छोड़ा।
इससे पहले गंगा बंदी के दौरान घाटों की सफाई कार्य पूरा हो गया है।
हर साल दीपावली की मध्य रात्रि गंगा में जल की धारा छोड़ी जाती है। इस धारा से उत्तर प्रदेश के कई शहरों के लोगों की प्यास बुझती है। खेतों की सिंचाई होती है। गंगा बंदी के दौरान संत समाज, सामाजिक और धार्मिक संगठनों की ओर से गंगा सफाई अभियान चलाया गया।
मेला अधिकारी ने जारी किए थे 13 नवंबर तक गंगा सफाई के निर्देश
संत समाज के साथ मेला प्रशासन ने 11 नवंबर को 50 से अधिक घाटों का निरीक्षण भी किया था। मेला अधिकारी दीपक रावत ने 13 नवंबर तक गंगा की सफाई के निर्देश जारी किए थे। इसके लिए अफसरों को घाटों की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
दो दिन के लगातार अभियान के बाद गंगा से प्लास्टिक, पुराने कपड़े, विसर्जित सामग्री और कूड़ा एकत्र कर साफ किया गया।