शिक्षासोशल मीडिया वायरल

गुरुजनों के अनेक पद खाली विद्यालय खुलने पर.



कोरोना संक्रमण की रफ्तार कुछ कम होने के बाद माध्यमिक विद्यालयों में नये शिक्षा 2020-21 की शुरूआत सोमवार को शिक्षकों की कमी के बीच हो चुकी है। वर्तमान में जिले के शासकीय व अशासकीय विद्यालयों के हाईस्कूल व इंटर संवर्ग में गणित, अंग्रेजी,भौतिक, रसायन व जीव विज्ञान समेत अनेक महत्वपूर्ण विषयों के 756 शिक्षकों के पद रिक्त पड़े हैं। ऐसे में छात्र-छात्राओं की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है।

ज्ञातव्य हो कि कुमाऊं के प्राचीन जिले में वर्तमान में 263 राजकीय तथा 33 अशासकीय समेत कुल 296 हाईस्कूल व इंटर कालेज संचालित हैं। इन विद्यालयों में महत्वपूर्ण विषयों के करीब 756 शिक्षकों के पद काफी समय से खाली चल रहे हैं। इनमें भी ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यालयों की स्थिति और भी खराब है। वहीं करीब 15 विद्यालयों में विज्ञान लैब नहीं होने से ऐसे में विद्याíथयों को समीपवर्ती विद्यालयों में प्रयोगात्मक कार्य के लिए जाना पड़ता है। इसमें उन्हें काफी दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है। अभिभावकों हंसा दत्त, षष्ठी दत्त, चंदन रावत व राजन चंद्र का कहना है कि सरकार को विद्यालयों को संसाधन युक्त बनाना चाहिए। शिक्षकों की नियुक्ति के साथ ही प्रयोगशालाओं में आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था की जानी चाहिए। जिससे छात्र-छात्राओं को शिक्षा का पूरा लाभ मिल सके।

विद्याíथयों के बेहतर हितों के लिए शासन व विभाग लगातार प्रयासरत है। उनके हित में अनेक कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही हैं। जल्द ही पांच व छह नवंबर को अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति के लिए काउंसलिग होनी है। इसके बाद विद्याíथयों को इसका लाभ मिल सकेगा।
-एचबी चंद, मुख्य शिक्षा अधिकारी, अल्मोड़ा

Spread the love

admin

सच की आवाज हिंदी भाषा मे प्रकाशित राष्ट्रीय दैनिक प्रसारण तथा डिजिटल के माध्यम से विश्वसनीय समाचारों, सूचनाओं, सांस्कृतिक एवं नैतिक शिक्षा का प्रसार कर समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में प्रयासरत है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *