त्योहारी सीजन के दौरान बाजारों में भीड़भाड़ और सर्दी बढ़ने के साथ ही कोरोना संक्रमण भी बढ़ रहा है।
त्योहारी सीजन के दौरान बाजारों में भीड़भाड़ और सर्दी बढ़ने के साथ ही कोरोना संक्रमण भी बढ़ रहा है, लेकिन सैंपल जांच की रफ्तार धीमी है। प्रदेश में जांच के लिए भेजे गए 17 हजार से अधिक सैंपलों की रिपोर्ट लंबित हैं। हरिद्वार, देहरादून व ऊधमसिंह नगर जिले में सबसे ज्यादा सैंपलों की जांच प्रतीक्षा में है।
प्रदेश में कोरोना का पहला मामला देहरादून में 15 मार्च को मिला था। तब से 20 नवंबर तक 12.24 लाख से अधिक लोगों की जांच की गई। जिसमें 70205 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। सरकार की ओर से कोरोना संक्रमण रोकने के लिए सैंपलिंग बढ़ाने पर जोर है।
इसके लिए सरकार ने मैदानी क्षेत्रों में 24 घंटे और पर्वतीय क्षेत्रों में 48 घंटे के भीतर सैंपल जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। 16 नवंबर को प्रदेश में लंबित सैंपलों की संख्या लगभग 10 हजार थी। जो बढ़ कर 17685 पहुंच गई है। वर्तमान में कोविड-19 जांच के लिए राज्य में 10 सरकारी व निजी लैब हैं।
सचिव स्वास्थ्य अमित सिंह नेगी का कहना है कि प्रदेश में प्रतिदिन 10 से 12 हजार सैंपलों की जांच की जा रही है। लंबित सैंपलों की संख्या को कम करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। जिलों में सैंपल कलेक्शन बढ़ा है। सरकार का प्रयास है कि कोरोना के बेसिक लक्षण वालों की सैंपल जांच कराई जाए।
जिलावार जांच के लिए लंबित सैंपल:
जिला सैंपल लंबित
अल्मोड़ा 305
बागेश्वर 302
चमोली 942
चंपावत 694
देहरादून 3087
हरिद्वार 4305
नैनीताल 2083
पौड़ी 1611
पिथौरागढ़ 697
रुद्रप्रयाग 196
टिहरी 231
ऊधमसिंह नगर 2770
उत्तरकाशी 462
कुल 17685