पहाड़ की बेटी ने अपनी प्रतिभा से संगीत के क्षेत्र में अलग पहचान बनाई।
देहरादून : समय के साथ आए बदलाव का ही नतीजा है कि आज पहाड़ की बेटियां अपनी प्रतिभा के दम पर घर परिवार और क्षेत्र का नाम रोशन कर रहीं हैं। इन्हीं में एक हैं उत्तराखंड के देहरादून जिले की प्रतिभावान बेटी अंजलि राणा। जिन्होंने अपनी मेहनत, लगन और जादुई आवाज़ के दम पर एक अलग पहचान तो बनाई है साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर भी खुद को स्थापित किया है।
ग्वालियर में जन्मीं अंजलि के पिताजी सेना में सेवारत थे। इस दौरान उनकी तैनाती देहरादून में हुई, जहां से अंजलि ने संगीत से एक रिश्ता कायम कर लिया। केंद्रीय विद्यालय से स्कूली शिक्षा लेने वाली अंजलि राणा बताती हैं कि स्कूल में वह अपनी गायकी के लिए खूब सराही जाती थीं, वहीं बाद में डीएवी से स्नातक की पढ़ाई के दौरान भी उन्होंने अपने लाजवाब गायन के लिए खूब वाहवाही बटोरीं। अपने पिता को अपनी प्रेरणा मानने वाली अंजलि को उनके पिता ही संगीत समारोहों में लेकर जाते थे और कई ऑडिशन्स में प्रतिभाग करने को प्रेरित किया करते थे। जिसके चलते स्कूल के समय से ही उन्होंने गढ़वाली गीतों को आवाज़ देना शुरू कर दिया था। मशहूर फिल्म अभिनेत्री माधुरी दीक्षित अभीनित डॉक्यूमेंट्री फिल्म श्रीदेव सुमन में भी अंजलि अपनी आवाज़ का जादू बिखेर चुकी हैँ। इतना ही नहीं दूरदर्शन की कई डॉक्यूमेंट्रीज़ में भी यह गायिका अपनी गायिकी के जलवे दिखा चुकी हैं।
डालनवाला स्थित भातखंडे से संगीत की शुरुआत करने वाली इस गायिका ने संगीत की तालीम भी यहीं ली। जिसके बाद देहरादून में ही अपने गुरू रवि किरन से 6 साल तक शास्त्रीय संगीत की शिक्षा ली। अंजलि ने अपने गुरू से 6 साल की प्रभाकर की डिग्री श्रेष्ठ अंकों में प्राप्त की। इसके साथ ही उन्होंने प्रयाग संगीत समीति से 6 साल का संगीत प्रभाकर की डिग्री हासिल की है। बचपन से ही संगीत में रूचि रखने वाली अंजलि राणा, लोक संगीत के कई कार्यक्रमों में प्रतिभाग कर चुकी हैं, साथ ही उत्तराखंड की फिल्मों में वह अभिनय भी कर चुकी हैं। इतना ही नहीं दूसरी भाषाओं की फिल्मों में भी वह एक्टिंग कर चुकी हैं। उत्तराखंड की मुख्य बोलियों गढ़वाली कुमाऊंनी और जौनसारी के साथ ही वह हिमांचली में भी कई इसके साथ ही वह विदेश में भी लाइव शोज़ में अपनी आवाज़ का जादू बिखेर चुकी हैं। दुबई, बहराइन औप थाईलैण्ड मे अपनी गायिकी का प्रदर्शन करने वाली अंजलि के कई गीत यूट्यूब पर भी देखे जा सकते हैं। अंजलि आज गायिकी के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य कर रहीं हैं और हम उम्मीद करते हैं कि वह भविष्य में संगीत के नये आयामों को छुएंगीं।