कुंभ मेला आईजी संजय गुंज्याल ने कहा कि महाकुंभ के दृष्टिगत मेला पुलिस एक मोबाइल एप बनाने जा रही है।
हरिद्वार के सभी आश्रमों, धर्मशालाओं और होटलों की जानकारी मिलेगी। महाकुंभ में आने वाले यात्रियों को उसी ऐप पर अपनी सारी जानकारियां दर्ज करनी होगी।
आईजी संजय गुंज्याल ने बुधवार को राष्ट्रीय धर्मशाला सुरक्षा समिति और क्षेत्रीय धर्मशाला प्रबंधक समिति के पदाधिकारियों के साथ महाकुंभ की तैयारियों को लेकर बैठक की। इसमें आईजी ने कहा कि इस बार मेले में पुलिस के सीमित टेंट लगेंगे। पुलिस धर्मशालाओं और आश्रमों के भी कमरे लेगी और उसका भुगतान करेगी। कुछ पुरानी धर्मशालाओं का मेला पुलिस की ओर से जीर्णोद्धार भी कराया जाएगा। मेला अवधि में पुलिस इनका प्रयोग करेगी।
राष्ट्रीय धर्मशाला सुरक्षा समिति के अध्यक्ष महेश गौड़ ने कहा कि सभी धर्मशाला प्रबंधक मेला प्रशासन को पूर्ण सहयोग करेंगे। सभी धर्मशालाओं में सीसीटीवी कैमरे और अग्निशमन यंत्र लगाए जा रहे हैं। राष्ट्रीय धर्मशाला सुरक्षा समिति के महामंत्री विकास तिवारी ने कहा कि धर्मशाला प्रबंधक एसपीओ के रूप में भी मेला प्रशासन को पूर्ण सहयोग करेंगे। मेला पुलिस और मेला प्रशासन के साथ मिलकर कुंभ मेले को संपन्न कराएंगे।
उन्होंने कहा कि मेला आईजी के निर्देश पर शीघ्र ही सभी धर्मशाला प्रबंधकों की वर्चुअल बैठक होगी और कुंभ मेले की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जाएगा। पदाधिकारियों ने हरकी पैड़ी का एक प्राचीन और अति दुर्लभ चित्र मेला आईजी को भेंट किया। इस दौरान क्षेत्रीय धर्मशाला प्रबंधक समिति के संरक्षक गोपाल सिंघल, विजय शंकर दुबे, शिवकुमार शर्मा, रमेश मिट्ठा और विष्णु गोस्वामी आदि उपस्थित रहे।
महाकुंभ में परिवहन विभाग की छह प्रवर्तन टीमें होंगी तैनात:
महाकुंभ के दौरान देश के विभिन्न राज्यों से आने वाले वाहनों को नियंत्रित करने के साथ ही उनकी चेकिंग के लिए परिवहन विभाग की ओर से पूरे जिले में छह प्रवर्तन टीमें तैनात की जाएंगी। साथ ही छह जगहों पर चेकिंग पोस्ट भी बनाए जाएंगे।
महाकुंभ के दौरान परिवहन व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने को लेकर विभाग की ओर से प्रस्ताव तैयार कर मेला अधिकारी प्रशासन को भेज दिया गया है। परिवहन व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए मेला प्रशासन से 3.10 करोड़ रुपये का बजट भी मांगा गया है। आरटीओ (प्रवर्तन) संदीप सैनी ने बताया कि महाकुंभ के दौरान यातायात व्यवस्थाओं को बनाए रखना अपने आप में बड़ी चुनौती होता है।
महाकुंभ के दौरान बड़ी संख्या में गाड़ियां हरिद्वार आती हैं। ऐसे में गाड़ियों के संचालन को जारी रखने के साथ ही हादसों को रोकने के लिए परिवहन विभाग की छह प्रवर्तन टीमें तैनात की जाएंगी। गाड़ियों की चेकिंग के लिए छह जगहों पर चेकपोस्ट भी बनाए जाएंगे।
टीमों को रुड़की-हरिद्वार, देहरादून-हरिद्वार, ऋषिकेश-हरिद्वार, नारसन-हरिद्वार और लक्सर-हरिद्वार जैसे मार्गों पर तैनात किया जाएगा। जबकि, चेक पोस्ट भद्रकाली, ब्रह्मपुर, गोवर्धनपुर जैसे स्थानों पर बनाए जाएंगे। बताया कि महाकुंभ के लिए तमाम तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। कुंभ के दौरान यातायात व्यवस्थाओं को लेकर किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी।
अखाड़ों में निर्माण कार्य शुरू:
कुंभ मेले के लिए अखाड़ों ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं। सरकार ने तेरह अखाड़ों को स्थायी शेड और अन्य निर्माण कार्यों के लिए एक-एक करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित की है। बुधवार को श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा में भंडार गृह के निर्माण के लिए अपर मेलाधिकारी हरबीर सिंह ने भूमि पूजन कर निर्माण कार्य शुरू कराया।
जूना अखाड़े के संरक्षक श्रीमहंत हरि गिरि, सभापति श्रीमहंत प्रेम गिरि, सचिव श्रीमहंत महेश पुरी, थानापति महंत नीलकंठ गिरि, व्यापारी नेता कैलाश केशवानी ने विधिवत पूजा अर्चना कर अपर मेलाधिकारी हरबीर सिंह के साथ पहली ईंट रखी। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि ने बताया कि अन्य अखाड़ों में भी कुंभ मेला प्रशासन की देखरेख में निर्माण कार्य शुरू हो गए हैं।
अपर मेलाधिकारी हरबीर सिंह ने बताया कि अखाड़ों को स्थायी निर्माण कार्यों के लिए आवंटित एक करोड़ की धनराशि में 40 लाख की पहली किश्त जारी कर दी गई है। शेष धनराशि भी शीघ्र जारी कर दी जाएगी। अखाड़ों को शिविर लगाने के लिए आवंटित किए जाने वाले भूखंडों का भी समतलीकरण, विद्युत, पेयजल, शौचालय आदि की व्यवस्था की जा रही हैं। सभी अखाड़ों, समाजसेवी संस्थाओं और अन्य संस्थाओं से आए भूखंडों के आवेदन पत्रों के अनुसार भूमि आवंटन की सूची तैयार की जा रही है।