उत्तराखंड में 15 नवंबर के बाद हो सकता है विधानसभा सत्र, स्पीकर ने बुलाई थी सर्वदलीय बैठक
विधानसभा के आगामी सत्र के लिए कसरत शुरू हो गई है। सत्र 16 दिसंबर से पहले होना है। इस कड़ी में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण द्वारा सोमवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में सत्र की तिथि और स्थान को लेकर विमर्श हुआ।
राय लेने के उद्देश्य से बुलाई सर्वदलीय बैठक:
यह पहला अवसर है, जब सत्र की तिथि घोषित होने से पहले ही राय लेने के उद्देश्य से सर्वदलीय बैठक बुलाई गई। साथ ही इसमें निर्दलीय विधायकों को भी आमंत्रित किया गया। जिस तरह के संकेत मिले हैं, उससे यही लगता है कि सत्र के लिए 15 नवंबर के बाद की तिथि घोषित की जा सकती है।
विधानसभा सचिवालय की तैयारी पूरी:
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जो भी राय आई, उससे वह मुख्यमंत्री को अवगत कराएंगी। सत्र कब और कहां होगा, यह निर्णय लेना सरकार का काम है। सत्र देहरादून में हो अथवा ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में, इसके लिए विधानसभा सचिवालय की तैयारी पूरी है।
विधानसभा भवन के सभागार में विधानसभा अध्यक्ष खंडूड़ी की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक में संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, बसपा विधायक मोहम्मद शहजाद और निर्दलीय विधायक संजय डोभाल उपस्थित थे।
कहां आयोजित किया जाए सत्र:
बैठक में सत्र की तिथि और इसे देहरादून या गैरसैंण में कहां आयोजित किया जाए, इसे लेकर विचार किया गया। बताया गया कि इस बारे में सभी ने अपनी बात रखी। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सभी दलों के नेताओं से सदन को शांतिपूर्वक एवं सुचारू रूप से संचालित करने में सहयोग की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि वह सदन में सत्तापक्ष व विपक्ष, सभी सदस्यों को साथ लेकर समान अवसर प्रदान करेंगी।
बाद में पत्रकारों से बातचीत में विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सत्र को लेकर राय जानने के उद्देश्य से यह बैठक बुलाई गई थी। निर्दलीय विधायकों को इसमें आमंत्रित सदस्य के रूप में बुलाया गया। एक प्रश्न पर उन्होंने कहा कि गैरसैंण जनभावनाओं का केंद्र है और वहां सत्र होने चाहिए। बजट सत्र तो हर हाल में गैरसैंण में ही होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सदन प्रदेश की सामूहिक आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करता है और यह सदस्यों की जिम्मेदारी है कि वे सदन की मर्यादा और नियमों के बीच उस जनता की चिंता को आवाज दें, जिनका वे प्रतिनिधित्व करते हैं। एक अन्य प्रश्न पर उन्होंने कहा कि विधानसभा में सचिव की नियुक्ति के लिए कसरत चल रही है।
गैरसैंण में होना चाहिए विस सत्र : आर्य
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि गैरसैंण हमारी प्रतिबद्धता है और विधानसभा का सत्र वहीं होना चाहिए। अब तो गैरसैंण ग्रीष्मकालीन राजधानी बन चुकी है। वहां टेंट में भी सत्र हो चुके हैं और दिसंबर में सत्र हुए हैं। आर्य ने बताया कि यही बात उन्होंने सर्वदलीय बैठक में भी रखी। सत्र कब और कहां हो, इस पर सरकार को निर्णय करना है।