कोरोनाकाल के चलते इस बार सीबीएसई (केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड) की एकल पुत्री संतान छात्रवृत्ति में कम आवेदन पहुंचे हैं।
स्कूलों द्वारा छात्राओं को जागरूक भी किया गया, लेकिन कम छात्राओं ने ही रुचि ली। कई स्कूलों में इक्का-दुक्का ही आवेदन पहुंचे।
सीबीएसई सहोदय स्कूल कॉम्प्लेक्स की अध्यक्ष व स्कॉलर्स होम की प्रिंसिपल छाया खन्ना ने बताया कि आवेदन की अंतिम तारीख 15 दिसंबर 2020 थी। इस बार 50 प्रतिशत से भी कम आवेदन होने का अनुमान है। स्कॉलर्स होम जाखन में पिछली बार की तुलना में 30 से 40 फीसदी छात्राओं ने ही आवेदन किए। यही स्थिति अन्य स्कूलों की भी है। कहा कि इसका मुख्य कारण कोरोनाकाल को माना जा सकता है। क्योंकि, 12वीं की छात्राओं के लिए स्कूल खोले तो गए हैं, लेकिन बच्चे स्कूल कम आ रहे हैं। जबकि, 11वीं कक्षा के लिए स्कूल खुल ही नहीं सके थे।
योजना पर एक नजर:
सीबीएसई के अधीन स्कूलों की इकलौती बेटी छात्राओं (सिंगल गर्ल चाइल्ड) के लिए छात्रवृत्ति शुरू की गई है। इसके लिए शर्त है कि आवेदन करने वाली छात्रा इकलौती संतान हो। यह योजना बेटी जन्म प्रोत्साहन के मकसद से चलाई गई है। इसमें 10वीं पास करने के बाद 11वीं व 12वीं कक्षा की छात्रा पात्र होगी।