ओलावृष्टि से फसलें तबाह।
राजधानी दून समेत राज्य के विभिन्न इलाकों में गुरुवार को तड़के बारिश के साथ ही ओले पड़ने से मौसम का मिजाज अचानक बदल गया और मौसम का ये मिजाज राज्यभर में शुक्रवार को भी जारी रहा। देहरादून सहित अन्य शहरों में देर रात से शुक्रवार सुबह तक बारिश का दौर जारी है। जिस वजह से ठंड बढ़ गई है। लोग गरम कपड़े पहने हुए दिख रहे हैं। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्रीधाम में जमकर बर्फबारी हो रही है।
मसूरी शहर में देर रात से बारिश हो रही है। श्रीनगर में मौसम खराब रहा। आसमान में तेज गड़गड़ाहट के साथ अंधेरा छा गया। जिसके बाद तेज बारिश हुई। रुद्रप्रयाग में घने काले बादल छाए हैं। तेज बारिश के आसार हैं। नई टिहरी और आसपास के क्षेत्रों में सुबह से बारिश हो रही है।
पिछले 3 दिनों से हर रोज हो रही बारिश से नई टिहरी, धनोल्टी सहित जिले के अन्य ऊंचाई वाले इलाकों में जबरदस्त ठंड भी बढ़ गई है। उत्तरकाशी, यमुनोत्रीघाटी मे सुबह से झमाझम बारिश हो रही है, ठंड भी बढ़ गई है। लगातार हो रही बारिश के कारण यमुनोत्रीधाम के खरशाली, नारायणपुरी, जानकीचट्टी, फूलचट्टी क्षेत्र में शुक्रवार को बर्फबारी हुई है।
अल्मोड़ा में गुरुवार रात से बारिश जारी है। ये बारिश का लगातार तीसरा दिन है। अभी भी बादल छाए हैं। तेज ठंडी हवाएं चल रहीं हैं। पिथौरागढ़ में धूप खिली है। चौखुटिया में रात से बारिश जारी है, कृषकों को गेंहू कटाई में दिक्कत हो रही है। रुद्रपुर में मौसम साफ है। नैनीताल में रात में बारिश थी, अभी बादल छाए हैं। लोहाघाट में बूंदाबादी हुई, चंपावत में बादल छाए हैं। द्वाराहाट में रात में जमकर बारिश हुई। अभी भी घने बादलों के साथ गर्जना व हल्की बारिश हो रही है।
तेज गर्जना के साथ बारिश होने की संभावना:
इतना नहीं देहरादून में गुरुवार को दिनभर न सिर्फ बादल छाए रहे वरन कई इलाकों में बारिश भी हुई। मौसम विज्ञानियों ने संभावना जताई है कि राजधानी देहरादून के अलावा टिहरी, पौड़ी गढ़वाल, अल्मोड़ा, नैनीताल और चंपावत जैसे जिलों में तेज गर्जना के साथ बारिश होने की संभावना है। कई इलाकों में आकाशीय बिजली गिरने के साथ ही मैदानी क्षेत्रों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं भी चलेंगी।
राजधानी देहरादून और आसपास के इलाकों में गुरुवार को तड़के बादल गरजने के साथ ही जोरदार बारिश हुई, जिसके चलते मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया। बारिश के चलते न्यूनतम तापमान 15.4 डिग्री और अधिकतम 28.6 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, सबसे अधिक बारिश पुरोला में 19 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है।
मसूरी में बर्फ की तरह पड़े ओले:
मसूरी, धनोल्टी सहित आसपास के क्षेत्रों में गुरुवार को भी भारी ओलावृष्टि हुई है। धनोल्टी और मसूरी ओलों से पूरी तरह से सफेद हो गए। दोनों शहरों में बर्फ की तरह ओलावृष्टि हुई है, जिससे क्षेत्र में कड़ाके की ठंड हो गई है। साथ ही भारी ओलावृष्टि से फसलों को बड़ा नुकसान हुआ है। पर्यटन नगरी धनोल्टी में दूसरे दिन भी बर्फ की तरह ओलावृष्टि हुई है। पूरा धनोल्टी ओलों से सफेद हो गया है। धनोल्टी में करीब तीन इंच तक ओला पङे है, जिससे फसलों को भारी नुकसान हुआ है।
केदारनाथ में डेढ़ फीट बर्फ जमा, घाटी क्षेत्रों में बारिश:
केदारनाथ में डेढ़ फीट से अधिक बर्फ जम चुकी है, जिससे यहां हो रहे सभी पुनर्निर्माण कार्य ठप हो गए है। जबकि निचले इलाकों में बारिश से ठंड बढ़ गई है। बारिश से जलस्रोतों को नया जीवन मिला है। साथ ही खेतों को पर्याप्त नमी मिल गई है। केदारनाथ में बीते मंगलवार से अभी तक कई बार बर्फबारी हो चुकी है, जिससे यहां डेढ़ फीट तक बर्फ जमा हो गई है।
रुद्रा प्वाइंट से केदारनाथ मंदिर से लेकर संपूर्ण केदारपुरी ने सफेद चादर ओढ़ ली है। फरवरी के बाद यह पहला मौका है, जब धाम में इतनी बर्फबारी हुई है। खराब मौसम के कारण केदारनाथ में सभी पुनर्निर्माण कार्य ठप हो चुके हैं। द्वितीय केदार मद्महेश्वर, तृतीय केदार तुंगनाथ, चंद्रशिला समेत अन्य ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी अच्छी बर्फबारी हुई है।
इससे पूर्व मंगलवार को भी दिन से लेकर रातभर कई बार रुक-रुककर तेज बारिश होती रही, जिससे सूखने के कगार पर पहुंचे पेयजल स्रोतों को नया जीवन मिल गया है। साथ ही गाड-गदेरों में पानी बढ़ा है। काश्तकारों का कहना है कि बारिश से खेती को भी लाभ मिला है।
बगोन मेले में चार लोग आकाशीय बिजली गिरने से घायल:
नई टिहरी में थौलधार ब्लॉक के बगोन में आकाशीय बिजली गिरने से चार लोग घायल हो गए। घायलों को स्वास्थ्य केंद्र चिन्यालीसौड़ में भर्ती करवाया गया, जहां सभी घायलों की स्थिति खतरे से बाहर बताई गई। स्थानीय जनप्रतिनिधियों से शासन-प्रशासन से घायलों के उपचार को आर्थिक सहायता देने की मांग की।
थौलधार के बंस्यूल के जिला पंचायत सदस्य जयवीर सिंह रावत ने डीएम को दिए ज्ञापन में बताया कि 21 अप्रैल को बगोन गांव में बैसाखी पर लगे मेले में बड़ी संख्या में क्षेत्र के लोग पहुंचे थे, लेकिन दोपहर बाद अचानक मौसम खराब होने के कारण आकाशीय बिजली गिरी, जिसमें चार लोग घायल हो गए।
बताया कि घायलों में पूनम (16) पुत्री सब्बल सिंह, सुरभि (12) पुत्री रोशन लाल, मनीषा (11) पुत्री प्रेम लाल ग्राम बगोन और हरीश सिंह (35) पुत्र कमल सिंह ग्राम महेड़ा शामिल है। बताया कि सभी घायलों का स्वास्थ्य केंद्र चिन्यालीसौड़ में इलाज चल रहा है।
बेमौसम बर्फबारी और ओलावृष्टि से सेब की फसल तबाह:
बेमौसम बर्फबारी और ओलावृष्टि के कहर से उत्तरकाशी के उपला टकनौर क्षेत्र में सेब की फसल बर्बाद हो गई है। उपला टकनौर के अलावा यमुना घाटी व मोरी बंगाण क्षेत्र में भी ओलावृष्टि से सेब की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। सेब पर टिकी आजीविका चौपट होने से किसान मायूस हैं। किसानों ने प्रशासन से शीघ्र क्षति का आकलन कर क्षतिपूर्ति की मांग की है।
बीते एक हफ्ते से जिले में मौसम का अजीब रुख देखने को मिल रहा है। यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम समेत उपला टकनौर क्षेत्र में बर्फबारी से ठंड बढ़ गया। बुधवार रात को भारी बर्फबारी और गुरुवार को ओले गिरने से उपला टकनौर क्षेत्र में सेब की फसल को भारी नुकसान पहुंचा।
सुक्की निवासी मोहन सिंह राणा, हर्षिल के माधवेंद्र रावत, जसपुर के राजेश राणा आदि सेब किसानों ने बताया कि फ्लावरिंग सीजन में ओलों की मार से सेब के पेड़ों से फूल, पत्तियां और टहनियां तक झड़ कर जमीन पर आ गिरीं। मौसम की बेरुखी से सेब के पेड़ों की परागण प्रक्रिया तहस नहस हो गई है।
गुरुवार को हर्षिल में सेब किसानों ने बैठक कर प्रशासन से शीघ्र ओलावृष्टि और बर्फबारी से सेब की फसल को हुए नुकसान का आकलन कराने व किसानों को क्षतिपूर्ति देने की मांग की है। उपला टकनौर के अलावा बीते दिनों मोरी प्रखंड के बंगाण क्षेत्र, नौगांव की स्योरी फल फट्टी व यमुना घाटी के गीठ क्षेत्र में भी ओलावृष्टि से सेब की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है।