पिटकुल के लिए चयनित, प्रमाण पत्र सही है, फिर भी नौकरी नहीं मिली..
भर्ती की परीक्षा दी। पास करने के बाद दस्तावेजों की जांच कराई। पूरा इत्मीनान करने के बाद अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने 64 उम्मीदवारों की अंतिम चयन सूची पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन ऑफ उत्तराखंड(पिटकुल) को भेज दी। बावजूद इसके आज तक इनमें से 44 उम्मीदवारों को नियुक्ति नहीं मिली है। वह नौकरी के लिए दर-दर भटक रहे हैं।
अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने पिटकुल में तकनीशियन ग्रेड-2 के पदों पर भर्ती के लिए अक्तूबर 2016 में नोटिफिकेशन जारी किया था। इसके बाद 12 नवंबर 2017 को भर्ती परीक्षा कराई थी। इस परीक्षा का परिणाम जारी करने के बाद आयोग ने अप्रैल 2019 में सभी परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों के प्रमाण पत्रों का सत्यापन किया था। सत्यापन पूरा करने के बाद आयोग ने पिटकुल को अगस्त 2019 में अंतिम चयन सूची भेज दी थी।
इस सूची में 64 उम्मीदवारों का चयन किया गया था। पिटकुल ने इनमें से 20 उम्मीदवारों को दिसंबर 2019 में नियुक्ति दे दी थी लेकिन बचे हुए 44 उम्मीदवार तब से लेकर आज तक नियुक्ति के लिए चक्कर काट रहे हैं। उनका कहना है कि जब चयन करने वाले अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षा पास करने के बाद उनके दस्तावेज की जांच उपरांत उनकी अंतिम चयन सूची जारी हो चुकी है तो उन्हें किस आधार पर नौकरी नहीं दी जा रही है।
20 को तुरंत ज्वाइनिंग, बाकी को क्यों नहीं:
चयनित होने वाले उम्मीदवारों ने सवाल किया है कि अगर प्रमाण पत्रों की जांच आयोग ने कर ली थी तो पिटकुल को क्या जरूरत है। अगर पिटकुल को प्रमाण पत्रों की जांच करती थी तो सभी उम्मीदवारों के प्रमाण पत्रों की जांच करने के बाद नियुक्ति दी जाती। शुरुआत में 64 में से 20 को नियुक्ति कैसे दी गई। उनका यह भी आरोप है कि जब वह पिटकुल के अधिकारियों से इस संबंध में जानकारी मांगते हैं तो उन्हें टरका दिया जाता है।
कोई सही जवाब नहीं देता है। पिटकुल के एक आला अधिकारी ने अमर उजाला को बताया कि बचे हुए सभी 44 उम्मीदवारों के दस्तावेजों में कुछ कमियां थी, इसलिए उनका वेरिफिकेशन कराया जा रहा है। जिनके दस्तावेज ठीक थे, उन्हें नियुक्ति दे दी गई थी।