प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण के कार्यों और बदरीनाथ धाम को स्मार्ट स्प्रिचुल हिल टाउन के रूप में विकसित किया जाए: तीरथ सिंह रावत
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण के कार्यों और बदरीनाथ धाम को स्मार्ट स्प्रिचुल हिल टाउन के रूप में विकसित किया जाए। इसमें स्थानीय लोगों के हितों को सर्वोपरि रखा जाए।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने दिल्ली स्थित उत्तराखंड सदन में केदारनाथ और बदरीनाथ धाम की परियोजनाओं की वीडियो कांफ्रेंसिंग से समीक्षा की। सीएम ने कहा कारपोरेट सामुदायिक सहभागिता(सीएसआर) के तहत केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों के लिए 128 करोड़ और बदरीनाथ धाम को स्मार्ट आध्यात्मिक पहाड़ी नगर के रूप में विकसित करने के लिए 245.00 करोड़ का उपयोग प्रधानमंत्री मोदी के दिशानिर्देशों के अनुरूप समय पर पूरा किया जाए।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिउ कि विकास कार्यों में पंडा समाज, हक हकूकधारियों के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखा जाए। विस्थापन की संभावनाओं को न्यूनतम रखा जाए। यदि विस्थापन जरूरत है तो स्थानीय लोगों से वार्ता कर उनकी सहमति ली जाए। किसी भी दशा में जबरन अधिग्रहण नहीं किया जाएगा। केदारनाथ रोपवे को मूर्त रूप देने के लिए सकारात्मक प्रयास करने की जरूरत है।
जिससे यात्रा सीजन में श्रद्धालुओं को कम से कम परेशानी का सामना करना पड़े और उन पर अधिक आर्थिक बोझ भी न पड़े। उन्होंने 2013 की आपदा में विस्थापित लोगों के पुनर्वास पर भी अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट ली। बैठक में मुख्य सचिव ओम प्रकाश, पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर, विशेष सचिव मुख्यमंत्री डा. पराग मधुकर धकाते, मुख्य वन संरक्षक एसडी सिंह, अपर स्थानिक आयुक्त इला गिरी आदि मौजूद थे।
ये काम होंगे:
केदारनाथ धाम के पुर्ननिर्माण और बदरीनाथ धाम को स्मार्ट टाउन परियोजना का प्ररस्तुतीकरण दिया। बद्रीनाथ धाम को स्मार्ट टाउन प्लान में मंदिर परिसर विकास, प्लाजा विकास, रोड निर्माण, घाटों का निर्माण, कमांड कंट्रोल सेंटर, साइनेज की स्थापना, रास्ते पर चलने वाले संकेत आदि विकास कार्य किए जाएंगे। जबकि केदारनाथ धाम के पुर्ननिर्माण के अन्तर्गत मंदाकिनी नदी में आस्था पथ, कतार प्रबंधन, तीर्थ यात्रिओं को बैठने की व्यवस्था व रेन शेल्टर का निर्माण कार्य किए जाएंगे।