शिक्षा विभाग में शिक्षकों के तबादलों में खेल…
उत्तराखंड में शिक्षकों के तबादलों में खेल हुआ है। चहेते और सिफारिशी शिक्षकों के सुविधाजनक स्कूलों में किस तरह से तबादले किए जा रहे हैं। आरटीआई से इसका खुलासा हुआ है। पंचायत राज विभाग पौड़ी में कार्यरत महिला को पहले देहरादून में अटैच किया गया। फिर इसी के आधार पर शिक्षा विभाग में कार्यरत महिला के पति शिक्षक का देहरादून में तबादला कर दिया गया है।
प्रदेश में शिक्षकों और कर्मचारियों के अटैचमेंट पर रोक के बावजूद जिला पंचायत राज विभाग पौड़ी गढ़वाल में कार्यरत महिला को पहले पंचायत राज निदेशालय देहरादून में अटैच किया गया। इसके बाद महिला के पौड़ी जिले में ही कार्यरत शिक्षक पति को शिक्षा विभाग की ओर से पति पत्नी के आधार पर तबादले का लाभ दिया गया।
जबकि नियमानुसार कर्मचारी को न तो अटैच किया जा सकता है न ही इसके आधार पर शिक्षक का तबादला किया जा सकता है। लेकिन शिक्षा विभाग की ओर से धारा 27 के तहत संबंधित शिक्षक का पौड़ी से देहरादून तबादले किया गया।
जबकि एक अन्य मामले में टिहरी गढ़वाल में कार्यरत शिक्षिका का देहरादून जिले में इस आधार पर तबादला कर दिया गया कि उनके पति वर्ष 2016 में देहरादून जिले में परिवहन कर अधिकारी के पद पर कार्यरत थे। जो वर्तमान में हल्द्वानी में कार्यरत हैं। जिन्हें 30 जून 2018 को हल्द्वानी जिले के लिए कार्यमुक्त किया गया था।
मुख्यमंत्री से की मामले की शिकायत:
कुछ शिक्षकों की ओर से इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से की गई है। प्रभावित शिक्षक वंदना, रुचि, रेखा, यशवीर आदि की ओर से मुख्यमंत्री को की गई शिकायत में कहा गया है कि कुछ अन्य शिक्षकों को भी नियमों को ताक पर रखकर सुगम में तबादलों का लाभ दिया गया है।
विभाग को अभी इस तरह की शिकायत नहीं मिली। इस संबंध में शिकायत मिलने पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
वीएस रावत, अपर निदेशक बेसिक शिक्षा