किम जोंग की बहन किम यो जोंग को क्यों बोला जाता है दुनिया की सबसे खतरनाक महिला .
Why is Kim Jong’s sister Kim Yo Jong called the most dangerous woman in the world?
हाल ही में एक किताब आई है, जिसका नाम द सिस्टर. इस किताब में लिखा गया है कि किस तरह उत्तर कोरिया के शासक किम उन जोंग की छोटी बहन दुनिया की सबसे खतरनाक महिला बन गई हैं. किताब तो यहां तक लिखती है कि किम यो जोंग इतनी निष्ठुर औऱ तेज हैं कि उन्हें अगर इतिहास की सबसे खतरनाक महिला कहा जाए तो गलत नहीं होगा.
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग की बेटी की पहली तस्वीर 90 के दशक के शुरू में तब नजर आई थी जबकि वह एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल के प्रक्षेपण के समय छोटी बेटी के साथ आए थे. ये बेटी कोई और नहीं बल्कि किम यो जोंग हैं, जो तब 10 साल की लग रही थीं. अब उत्तर कोरिया में रहे और अमेरिका में रह रहे लेखक सुंग यूं ली ने एक किताब लिखकर बताया है कि किस तरह वह फिलहाल दुनिया की सबसे खतरनाक महिला बन चुकी हैं.
किताब का नाम है द सिस्टर-नार्थ कोरियाज किम यो जोंग, द मोस्ट डेंजरस वूमन( बहन-दुनिया की सबसे खतरनाक महिला उत्तर कोरिया की किम यो जोंग). अक्सर ये चर्चाएं होती हैं कि जिस तरह मौजूदा उत्तर कोरियाई शासक किम जोंग मोटे होते जा रहे हैं और उनका स्वास्थ्य खराब रहता है तो ऐसे में शासन की बागडोर बहन किम यो जोंग के पास जा सकती है. किम जोंग उन की इकलौती और छोटी बहन किम यो-जोंग को उत्तर कोउत्तर कोरिया एक बंद समाज है, जहां विश्वसनीय जानकारी प्राप्त करना करीब असंभव है लेकिन ये किताब शासक भाई और बहन की काफी रिसर्च परक सामग्री पेश करती है. उस किम वंश पर जिसकी तीन पीढ़ियां दूसरे विश्व युद्ध के बाद कोरिया के बंटवार के बाद उत्तर कोरिया पर तानाशाहों की तरह राज करती रही हैं. साल 2020 में ख़बर आई कि किम जोंग उन ने अपनी बहन को बड़ी ज़िम्मेदारियां दी हैं और अब वो ‘राष्ट्र के सभी मामलों को देख रही हैं.
किताब लिखती है कि पिछले कुछ सालों में बहन ने भाई का पग-पग पर साथ दिया है. वह अपने भाई का हर राज जानती है और चाचा से लेकर फूफा तक की हत्या में वह भाई के साथ निष्ठुरता से खड़ी रही है. दूसरी सबसे बड़ी ये है कि मौजूदा समय में वह भाई की वास्तविक सहयोगी, विश्वासपात्र, मुख्य विदेश-नीति सलाहकार के साथ तंत्र पर मजबूत पकड़ रखने वाली महिला हैं.
उत्तर कोरिया एक बंद समाज है, जहां विश्वसनीय जानकारी प्राप्त करना करीब असंभव है लेकिन ये किताब शासक भाई और बहन की काफी रिसर्च परक सामग्री पेश करती है. उस किम वंश पर जिसकी तीन पीढ़ियां दूसरे विश्व युद्ध के बाद कोरिया के बंटवार के बाद उत्तर कोरिया पर तानाशाहों की तरह राज करती रही हैं. साल 2020 में ख़बर आई कि किम जोंग उन ने अपनी बहन को बड़ी ज़िम्मेदारियां दी हैं और अब वो ‘राष्ट्र के सभी मामलों को देख रही हैं.
किम यो जोंग ने दक्षिण कोरिया के गैंगनेउंग में 2018 शीतकालीन ओलंपिक में महिला आइस हॉकी खेल में भाग लिया था. तब साउथ कोरिया में उन्होंने मैत्रीपूर्ण व्यवहार का प्रदर्शन किया तो लोग उनके प्रति गदगद हो गए. तब उनकी तारीफ इस तरह हुई मानो वो कोई शाही राजकुमारी हों. लेकिन भाई के सत्ता संभालने के बाद से उनकी ताकत धीरे धीरे बढ़ती गई है
किताब लिखती है कि किम लाड़-प्यार वाली विलासिता में पली-बढ़ी. उन्हें शुरू से इस तरह पाला गया मानो वह नियमों से ऊपर हैं. अपने भाई की तरह मैडम किम ने भी स्विस बोर्डिंग स्कूल में कुछ साल पढाई की. कहा जाता है कि वह कंप्युटर की अच्छी जानकारी रखती हैं. अच्छी अंग्रेजी बोलती हैं. जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ किम जोंग सिंगापुर में मुलाकात करने आए तो भी वह वहां अपने भाई के साथ थीं.
ये किताब कहती है कि किम किस तरह क्रूरता से भरी हैं और कोई भी निष्ठुर फैसला करने में कतई देर नहीं लगातीं. उनके विवाहित जीवन, सेक्स और महत्वाकांक्षाओं से संबंधित कुछ भी कहीं नहीं मिलता. ये भी नहीं मिलता कि कितनी हत्याओं में वह भागीदार रही हैं. ऐसा लगता है कि क्रूरता उन्हें पारिवारिक विरासत में मिली है.
उन्होंने अपराध” के लिए कई उच्च-रैंकिंग अधिकारियों को फांसी देने का आदेश दिया. अन्य अपराधियों को उनके परिवारों के साथ जेल शिविरों में संभावित मौत की सजा के लिए भेज दिया. किताब के अनुसार, पीठ पीछे उन्हें “खूनी प्यासी दानव” और “शैतान महिला” कहा जाता है. इसी तरह पीठ पीछे उन्हें ” “घमंडी राजकुमारी” और “सह-तानाशाह” भी बोला जाता है.
किताब लिखती है कि उत्तर कोरिया के 25 मिलियन नागरिकों को किम परिवार की पूजा करना सिखाया जाता है, लेकिन वो लोग इस परिवार की हरकतों, सेक्स, भ्रष्टाचार के बारे में कुछ नहीं जानते.


