उत्तरकाशी के बाद अब रुड़की में महापंचायत का एलान, युवक की मौत के बाद 12 जून को हुआ था बवाल; पुलिस अलर्ट
बेलड़ा गांव में 12 जून को हुए बवाल के मामले में इंटरनेट मीडिया के माध्यम से अब रोड बिरादरी के पक्ष में महापंचायत करने का एलान किया गया है। जिसे लेकर पुलिस अलर्ट हो गई है। बवाल का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। आए दिन राजनैतिक दल और संगठन गांव में पहुंच रहे हैं। साथ ही सरकार और पुलिस प्रशासन पर दलित उत्पीड़न के आरोप लगा रहे है।
वहीं, अब इस मामले में इंटरनेट मीडिया पर एक वीडियो प्रसारित हो रहा है। जिसमें रोड बिरादरी के पक्ष में बेलड़ा गांव में एक महापंचायत का एलान किया जा रहा है व सभी लोगों से अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने की अपील की जा रही है। यह वीडियो डालने वाला व्यक्ति अपना नाम राजेंद्र आर्या बता रहा है।
हालांकि इस वीडियो में महापंचायत की तारीख का एलान नहीं किया गया है। इंटरनेट मीडिया पर वीडियो प्रसारित होते ही पुलिस-प्रशासन अलर्ट हो गया है। वहीं, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि गांव में शांति व्यवस्था बाधित नहीं होने दी जाएगी।
पीड़ित परिवारों से मिले कांग्रेसी:
भीम आर्मी और बसपा के बाद अब बेलड़ा प्रकरण को लेकर कांग्रेस सक्रिय हो गई है। गुरुवार को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी के विधायकों व पदाधिकारियों के साथ गांव में पहुंचकर पीड़ित पक्ष से वार्ता की। साथ ही, सरकार और शासन-प्रशासन पर अनुसूचित जाति के लोगों की रक्षा करने में नाकाम रहने का आरोप लगाया है।
बता दें कि बेलड़ा में पंकज की मौत के बाद जमकर बवाल हुआ था। संघर्ष में पुलिस के दो इंस्पेक्टर, एक दारोगा समेत पांच लोग घायल हो गए थे। इस मामले में भीम आर्मी और बसपा के पास अब कांग्रेस भी मैदान में कूद गई है। गुरुवार को नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा, विधायक फुरकान अहमद, ममता राकेश, अनुपमा और विरेन्द्र जाति गांव में पहुंचे और पीड़ित परिवार से वार्ता की।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि भाजपा के शासनकाल में अनुसूचित जाति के लोगों पर बर्बरतापूर्ण कार्रवाई की जा रही है। बेलड़ा प्रकरण में पीड़ितों पर ही पुलिस की लाठियां बरसी हैं। महिलाओं एवं बच्चों पर अत्याचार किया गया। पीड़ितों को ही दोषी बनाकर जेल भेजने का काम भाजपा सरकार और हरिद्वार जिले के प्रशासन ने किया है। शासन-प्रशासन की ओर से अभी तक पीड़ित परिवार की मदद तक नहीं की गई है, जो बताता है कि यह सरकार पूरी तरह से अनुसूचित जाति विरोधी है।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि आज प्रदेश में एससी, एसटी का सबसे अधिक उत्पीड़न हो रहा है। अपराध चरम पर है और अधिकारी बेलगाम हो चुके हैं। कांग्रेस पार्टी मामले में न्यायिक जांच की मांग करती है। साथ ही, जेल में बंद निर्दोष लोगों को छोड़ने के साथ ही पीड़ित परिवार को मुआवजा और नौकरी दी जाए। इस मौके पर सचिन गुप्ता, रचित वालिया, नगर अध्यक्ष राजेन्द्र चौधरी, सोनू लाल, विकास त्यागी, किरणपाल, रवि, झंडा सिंह, सीपी सिंह आदि मौजूद रहे।
एक पूर्व मंत्री के इशारे पर उत्पीड़न करने का आरोप:
बेलड़ा प्रकरण को लेकर कांग्रेस ने एक पूर्व कैबिनेट मंत्री के इशारे पर गांव में अनुसूचित जाति के लोगों के उत्पीड़न का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि एक सोची समझी साजिश के तहत यह सब कुछ षडयंत्र रचा गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस एक पूर्व मंत्री के दबाव में काम कर रही है।