इजरायल हमास युद्ध में अभी तक जो भी हुआ उसकी पूरी जानकारी (Full Detail)
Complete information about whatever has happened so far in the Israel-Hamas war
World News in Hindi: इजरायल पर शनिवार तड़के हुए हमास के अब तक के सबसे बड़े हमले के बाद से भीषण लड़ाई जारी है. इजरायल ने पटलवार करते हुए गाजा पट्टी क्षेत्र में सैकड़ों ठिकानों पर हमला किया है, जिसमें भारी तबाही हुई है. दोनों तरफ के आम लोगों को इस लड़ाई की भारी कीमत चुकानी पड़ रही है. इजरायल-हमास के बीच लड़ाई पर 10 बड़े अपडेट:-
1-इजरायल सरकार के मुताबिक कम से कम 900 इजराइली हमले में मारे गए हैं जिनमें से अधिकांश नागरिक थे. अन्य 2,150 के घायल होने की सूचना है. मरने वालों में से 250 से अधिक लोग वे थे जो गाजा की सीमा के पास एक संगीत समारोह में भाग लेने गए थे जब बंदूकधारियों ने हमला किया.
2-हमास का दावा है कि उसने 100 से ज्यादा लोगों को बंधक बना रखा है.
3-इस बीच इज़रायल ने भी हमास के 600 से ज्यादा ठिकानों को ध्वस्त करने का दावा किया.
4-फिलिस्तीन के मुताबिक, गाजा पट्टी में भी 680 मौतें हुई हैं और 3,700 से अधिक लोग घायल हुए हैं.
5-इज़रायल के दक्षिणी बॉर्डर के कुछ इलाकों में हमास के आतंकी छुपे हुए हैं, जिनपर लगातार हमले हो रहे हैं
6-इस युद्ध में विदेशी नागरिकों की भी मौत हुई है. अमेरिका के 4 नागरिक हमले में मारे गए. इसके अलावा इज़रायल में रहने वाले नेपाल के 10 और थाईलैंड के 2 छात्रों की भी जान चली गई..
7-अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने नौसेना के ‘फोर्ड कैरियर स्ट्राइक ग्रुप’ को इजरायल की सहायता के लिए तैयार रहने के मकसद से पूर्वी भूमध्य सागर जाने का आदेश दिया है. इजरायल को मिलने वाली अमेरिकी मदद पर हमास का भी बयान आया, जिसमें उसने कहा कि हम यूएस के एयरक्राफ्ट से नहीं डरते.
8-इजरायल ने यूएन में दिए एक बयान में ईरान पर हमास को मदद देने का आरोप लगाया है.
9-इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमास के अप्रत्याशित हमले के जवाब में गाजा पट्टी पर इजरायल का भीषण हमला ‘अभी तो शुरू’ हुआ है. नेतन्याहू ने राष्ट्रीय स्तर पर टेलीविजन पर प्रसारित संबोधन में कहा, ‘हमने हमास पर हमला करना अभी तो शुरू ही किया है. हम आने वाले दिनों में अपने दुश्मनों के साथ जो करेंगे, उसकी गूंज कई पीढ़ियों तक सुनाई देगी.’
10-संयुक्त राष्ट्र ने हमास के हमलों के बाद इजरायल की जवाबी कार्रवाई के मद्देनजर फलस्तीनी इलाकों में आम नागरिकों और मानवीय आवश्यकताओं को लेकर चिंता व्यक्त की है.