खाली कराए गए गांव का एरिया कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के दायरे में होगा शामिल..
रामनगर, जेएनएन : कॉर्बेट टाइगर रिजर्व का दायरा बढ़ाने की कवायद शुरू हो गई है। 1288 स्क्वायर किलोमीटर वाले टाइगर रिजर्व का क्षेत्रफल बढ़कर अब हो 1293 हो जाएगा। पूर्व में खाली हो चुके चार गांव के क्षेत्रफल को टाइगर रिजर्व के बफर जोन में शामिल करने की अनुमति एनटीसीए (राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण) दिल्ली द्वारा दे दी गई है। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व का क्षेत्रफल वर्तमान में 1288 वर्ग किलोमीटर है। कॉर्बेट के अंतर्गत धारा, झिरना, कोठिरो गांव को वर्ष 1994 में तथा लालढांग गांव को वर्ष 1997 में विस्थापित कर दिया था। इसके बाद से खाली हो चुके गांव के 5.14 स्क्वायर किलोमीटर क्षेत्रफल को कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में शामिल नहीं किया गया था।
राज्य सरकार के स्तर पर लंबे समय से इसकी कवायद चल रही थी। अब राज्य सरकार की ओर से खाली हो चुके इन गांव के 5.14 स्कवायर किलोमीटर के क्षेत्रफल को आरक्षित वन घोषित कर दिया गया है। इसी के साथ एनटीसीए द्वारा भी इन गांव के क्षेत्रफल को बफर जोन में शामिल करने के लिए अनुमति कॉर्बेट प्रशासन को मिल चुकी है। कॉर्बेट के निदेशक राहुल ने बताया कि राज्य सरकार से अभी विधिवत रूप से इसकी अधिसूचना जारी होने का इंतजार है। अधिसूचना मिलते ही कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के क्षेत्रफल को बढ़ा दिया जाएगा।