डब्ल्यूआईटी सुद्धोवाला में मेधावी छात्रों को शीर्ष कोचिंग संस्था द्वारा गेट की निशुल्क कोचिंग दी जा रही है।
सरकारी कॉलेजों के तकनीकी छात्रों के लिए टेक्निकल एजुकेशनल क्वालिटी इम्प्रूवमेंट प्रोग्राम (टीईक्यूईपी) संजीवनी बनता नजर आ रहा है। इस प्रोग्राम के तहत छात्रों के लिए महंगी फीस वाली गेट कोचिंग निशुल्क शुरू की गई है। साथ ही तीसरे वर्ष के छात्रों को पर्सनैलिटी डेवलपमेंट के लिए एम्प्लॉयबिलिटी इन्हैंसमेंट स्किल डेवलपमेंट की भी ट्रेनिंग मिलेगी। महिला तकनीकी संस्थान (डब्ल्यूआईटी) में यह सुविधा शुरू भी कर दी है।
डब्ल्यूआईटी सुद्धोवाला में मेधावी छात्रों को शीर्ष कोचिंग संस्था द्वारा गेट की निशुल्क कोचिंग दी जा रही है। टीईक्यूईपी के तहत छात्रों के लिए कोचिंग व ट्रेनिंग के खर्चे के लिए अलग से बजट की व्यवस्था की गई है। इसमें एग्जामिनेशन फीस भी छात्रों को नहीं देनी पड़ेगी। पर्सनैलिटी डेवलपमेंट ट्रेनिंग में छात्रों को इंटरव्यू की तैयारी कराई जाती है। इसके लिए भी केंद्र ने शीर्ष संस्थाओं को चयनित किया है।
टीईक्यूईपी के स्थानीय यूनिट के नोडल अधिकारी धर्मेंद्र कुमार (अकादमिक) ने बताया कि डब्ल्यूआईटी के छात्र गेट की महंगी कोचिंग लेने में समर्थ नहीं थे, लेकिन टीईक्यूईपी के तहत छात्रों को महंगी कोचिंग भी मिल पा रही है। इससे छात्रों के प्रदर्शन में भी सुधार देखने को मिल रहा है। इसके अलावा विश्वस्तरीय लैब भी बनाई गई है।
टीईक्यूईपी के तहत तकनीकी उच्च शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए विशेष बजट की व्यवस्था है। इसी के कारण डब्ल्यूआईटी व अन्य सरकारी संस्थानों के छात्रों को महंगी कोचिंग एवं ट्रेनिंग देना संभव हो सका है। छात्र इसका लाभ ले रहे हैं। उनके जीवन में बड़े बदलाव भी देखने को मिले हैं। – प्रो. (डॉ.) मनोज पांडा, राज्य परियोजना प्रशासक, टीईक्यूईपी