कोरोना से जंग लड़ने के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत काम पर लौट आए हैं।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार से अपना कामकाज शुरू कर दिया है। कोरोना संक्रमति होने के बाद मुख्यमंत्री ने अपना आइसोलेशन पीरियड पूरा कर लिया है। जिसके बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आज दिल्ली स्थित आवास में फाइलों के निस्तारण का काम शुरू कर दिया है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत शनिवार को एम्स नई दिल्ली से डिस्चार्ज हो गए थे। उनकी सभी रिपोर्ट सामान्य हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत कुछ दिन दिल्ली स्थित अपने आवास में आइसोलेशन में रहेंगे।
मुख्यमंत्री 18 दिसंबर को कोरोना पॉजिटिव हो गए थे। तब से वह आइसोलेशन में रहे। 27 दिसंबर को मुख्यमंत्री को हल्का बुखार हुआ। दून अस्पताल में स्वास्थ्य परीक्षण के बाद उनकी चेस्ट में मामूली संक्रमण मिला।
डाक्टरों की सलाह पर वह एम्स दिल्ली में भर्ती हो गए। फीजीशियन डॉ. एनएस बिष्ट के मुताबिक, मुख्यमंत्री की सभी रिपोर्ट सामान्य हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की पत्नी और बेटी का स्वास्थ्य भी ठीक है।
सोमवार को आठ कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई। जबकि 301 नए संक्रमित मिले। कुल संक्रमितों का आंकड़ा 92 हजार पार कर गया है। वहीं, सक्रिय मरीजों की संख्या चार हजार से कम हो गई है।
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार सोमवार को 13155 सैंपलों की जांच की गई। जिसमें 12854 सैंपल निगेटिव पाए गए। वहीं, देहरादून जिले में सबसे अधिक 125 कोरोना मरीज मिले हैं।
नैनीताल में 74, हरिद्वार में 23, ऊधमसिंह नगर में 20, चंपावत में 17, उत्तरकाशी में नौ, पौड़ी में सात, पिथौरागढ़ में सात, अल्मोड़ा में सात, रुद्रप्रयाग में छह, चमोली में चार, टिहरी जिले में दो संक्रमित मिले हैं।
प्रदेश में अब तक 1535 मरीजों की मौत हो चुकी है। वहीं, सोमवार को 695 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया। इन्हें मिला कर 85400 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। प्रदेश की रिकवरी दर पहली बार 93 प्रतिशत के करीब पहुंच गई है।