राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी की उत्तराखंड के विशिष्ट पर्वों को लोकप्रिय बनाने की मुहिम रंग लाने लगी है।
बुधवार को उत्तराखंड व देश के अन्य राज्यों में ही नहीं दुनिया के कई मुल्कों में उत्तराखंड मूल के लोग ईगास यानी बूढ़ी दीपावली मनाएंगे। बलूनी ने देश में और देश से बाहर के सांस्कृतिक संगठनों के प्रतिनिधियों से ईगास पर्व मनाने की अपील की थी।
पलायन के कारण उत्तराखंड के अनेक लोक पर्वों को लोग भूल रहे हैं। अनेक गांव खंडहर में तब्दील हो गए हैं। पलायन को लेकर चिंता जताई जा रही है। इन सबके बीच लोक पर्व मनाने के बहाने एक उम्मीद की किरण जगी है। उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने गत वर्ष घोषणा की थी कि वह अपने गांव में ईगास मनाएंगे।
कैंसर की वजह से अस्वस्थ होने के कारण उन्होंने अपने मित्र और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा को अपने गांव ईगास मनाने भेजा था। साथ ही देशभर के प्रवासियों से अपने गांवों में ईगास मनाने की अपील की थी। ईगास के दिन गो पूजन और रात्रि में प्रकाश करके इस पर्व को मनाया जाता है। गढ़वाल क्षेत्र में ज्वलनशील लकड़ी के छोटे-छोटे पुलिंदों पर आग लगाकर उन्हें एक रस्सी के सहारे घुमाया जाता है, जिसे भैलो कहते हैं।
मुख्यमंत्री ने दी ईगास की शुभकामनाएं:
इस साल सांसद बलूनी ने मुंबई, बंगलूरू, इंदौर, लखनऊ, दिल्ली, फरीदाबाद, गाजियाबाद, चंडीगढ़, मेरठ, बरेली, जयपुर, अहमदाबाद में उत्तराखंड के लोगों की सामाजिक व सांस्कृतिक संगठनों से संपर्क किया। उन्होंने संस्थाओं से अनुरोध किया कि कोरोना वायरस के कारण सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए ईगास मनाई जाए।
शाम को अपने घरों में दीये जलाएं। साथ ही कनाडा, अमेरिका व दुबई में रह रहे प्रवासियों व संस्थाओं से भी संपर्क किया। कनाडा में उत्तराखंड कल्चरल सोसायटी से जुड़े मुरारीलाल थपलियाल ने कहा कि कनाडा के सभी शहरों में प्रवासी बंधुओं से अनुरोध किया गया है कि वे अपने घरों में प्रकाश करके ईगास मनाने के चित्र सोशल मीडिया पर पोस्ट करें।
अगले साल अनूठे ढंग से मनेगी ईगास : बलूनी
राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने कहा कि अगले साल तक देश और प्रदेश के लोग कोविड-19 महामारी से मुक्त हो जाएंगे। इसके साथ ईगास को अनूठे अंदाज में मनाया जाएगा। इसे छठ और गरबा सरीखे लोकप्रिय त्योहारों की तरह अनूठा बनाने का प्रयास किया जाएगा।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेशवासियों को इगास पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने प्रदेशवासियों की सुख-शांति एवं समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए इस अवसर पर सामाजिक दूरी, मास्क पहनने के साथ ही अन्य सावधानियों का अनुपालन करने की भी अपील की।