प्रदेश सरकार नए नगर निकायों की सौगात देने के साथ ही कुछ निकायों के उच्चीकरण की कसरत में जुट गई है।
इसके तहत नगर पालिका परिषद, श्रीनगर को उच्चीकृत कर नगर निगम बनाया जाएगा, जबकि नगर पंचायत भगवानपुर को नगर पालिका परिषद बनाने की तैयारी है। नगर निगम ऋषिकेश का भी सीमा विस्तार किया जा रहा है। इसके अलावा ऊधमसिंहनगर, पौड़ी, हरिद्वार व बागेश्वर जिलों में नौ नई नगर पंचायतें गठित की जाएंगी। नए निकायों के अस्तित्व में आने पर राज्य में इनकी कुल संख्या बढ़कर 101 हो जाएगी। वर्तमान में राज्य में आठ नगर निगम, 41 नगर पालिका परिषद और 43 नगर पंचायतें हैं।
विभिन्न जिलों में शहरों का आकार ले चुके क्षेत्रों को नगर निकाय का दर्जा देने की मांग लंबे समय से उठती आ रही है। अब सरकार इस दिशा में तेजी से कदम बढ़ाने जा रही है। शुक्रवार को शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने नए नगर निकायों के गठन और उच्चीकरण व सीमा विस्तार के संबंध में अधिकारियों के साथ मंथन किया। संबंधित जिलों के जिलाधिकारी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक से जुड़े। इस अवसर पर नगर पालिका परिषद श्रीनगर को नगर निगम में उच्चीकृत करने संबंधी प्रस्ताव पर गहन चर्चा हुई। कहा गया कि चारधाम यात्रा मार्ग पर पडऩे वाले श्रीनगर शहर का विशेष महत्व है।
यात्री सुविधाओं के विस्तार को देखते हुए श्रीनगर नगर पालिका का उच्चीकरण जरूरी है। इसके लिए कीर्तिनगर तक के क्षेत्र को इसमें शामिल किया जा सकता है। बैठक में नगर निगम ऋषिकेश का दायरा बढ़ाने के लिए आसपास के क्षेत्रों को इसमें शामिल करने पर जोर दिया गया। हरिद्वार जिले में नगर पंचायत भगवानपुर के उच्चीकरण पर सहमति बनी।बैठक में इमलीखेड़ा, रामपुर, पाडलीगुर्जर व ढंडेरा (हरिद्वार), लालपुर, सिरोरीकलां व नगला (ऊधमसिंहनगर), गरुड़ (बागेश्वर) और थलीसैण (पौड़ी) को नगर पंचायत बनाने पर भी सहमति बनी। सभी जिलाधिकारियों को एक सप्ताह के भीतर इस संबंध में रिपोर्ट मुहैया कराने के निर्देश दिए गए।
सरकार के प्रवक्ता और शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने बताया कि शहरी क्षेत्रों में सुविधाओं के विस्तार के साथ ही नए नगर निकायों के गठन को लेकर सरकार गंभीर है। इस संबंध में कसरत चल रही है। मुख्यमंत्री जल्द ही नए निकायों के गठन, उच्चीकरण आदि के बारे में घोषणा करेंगे।